जबलपुर। एक ढाबे में बैठकर रिश्वत के नोट गिन रहे पटवारी को लोकायुक्त ने गिरफ्तार किया है। मामला कुंडम तहसील का है। आरोपित पटवारी का नाम सनी द्विवेदी है। उसे तब पकड़ा गया जब शुक्रवार को वह रिश्वत की किस्त के 13 हजार रुपये ले रहा था।
लोकायुक्त पुलिस का छापा पड़ते ही रुपये फेंककर भागने लगा। उसे पकड़ लिया गया। हाथ में पानी डालने पर रिश्वत के नोट का गुलाबी रंग छूट गया। पटवारी को पकड़कर विश्राम गृह क्रमांक-दो में लाया गया।
आरोपित पटवारी को जमानत मुचलके पर छोड़ दिया
कार्रवाई के बाद आरोपित पटवारी को जमानत मुचलके पर छोड़ दिया गया। लोकायुक्त डीएसपी सुरेखा परमार ने आरोपित पटवारी के विरुद्ध वैधानिक कार्रवाई की जाने की बात कही है।
कई बार आवेदन किया, खारिज कर देता था
आवेदक जितेन्द्र पटेल की पिपरिया गांव में 80 डिसमिल भूमि बताई जाती है।
यह भूमि आवेदक जितेन्द्र पटेल के पिता और चार बुआ के नाम पर ही है अभी।
बुआ ने स्वेच्छा से जमीन का हक आवेदक के पिता के हक में त्याग दिया है।
भूमि की नई बही बनना है, जिसके लिए वह पटवारी सनी द्विवेदी के पास गया।
15 हजार रुपये रिश्वत की मांग की। रिश्वत नहीं देने पर काम भी नहीं करता।
कोई ना कोई आपत्ति लगाकर उसे खारिज कर देता। इससे परेशान हो गया था।
रिश्वत देने तिलसानी के पास ढाबे पर बुलाया
पटवारी के बिना रिश्वत काम करने से मना करने पर आवेदक के पिता आठ हजार रुपये देने तैयार हो गए थे। पटवारी 15 हजार रुपये पर अड़ा रहा। परेशान होकर वह गुरुवार को लोकायुक्त एसपी संजय साहू से मिलने पहुंचा। मामले में शिकायत की।
आरंभिक जांच के साथ ही फोन काल टेप किया। पटवारी और आवेदक के मध्य 13 हजार रुपये रिश्वत की राशि निर्धारित हुई।
रिश्वत लेने के लिए पटवारी ने शुक्रवार को तिलसनी के पास एक ढाबे में आवेदन को बुलाया। जहां, पर पहले से उपस्थित लोकायुक्त दल ने पटवारी को रंगे हाथ पकड़ लिया।