जबलपुर। कलेक्टर दीपक सक्सेना की अध्यक्षता में सीएम हेल्पलाइन प्रकरणों की समीक्षा बैठक आयोजित की गई, जिसमें कई अधिकारी अनुपस्थित रहे। कलेक्टर ने पहले यह जानकारी ली कि अनुपस्थित अधिकारी किसी अन्य आवश्यक कार्य में व्यस्त थे या नहीं, और फिर नाराजगी व्यक्त करते हुए उन अधिकारियों के एक दिन के वेतन की कटौती करने के निर्देश दिए। उन्होंने प्रभारी अधिकारियों को आदेश दिया कि अनुपस्थित अधिकारियों के अवैतनिक अवकाश को स्वीकृत कर जिला कोषालय अधिकारी को सूचित किया जाए।
बैठक में अपर कलेक्टर नाथूराम गोंड, संयुक्त कलेक्टर और प्रभारी अधिकारी श्रीमती शिवाली सिंह भी मौजूद थीं। कलेक्टर ने सभी विभागों से सीएम हेल्पलाइन प्रकरणों की समीक्षा करने के बाद यह निर्देश दिए कि इन प्रकरणों का समाधान प्राथमिकता से किया जाए। उन्होंने स्पष्ट किया कि शिकायतों के समाधान में किसी प्रकार की लापरवाही नहीं सहन की जाएगी, क्योंकि इन प्रकरणों के समाधान से जिले की रैंकिंग तय होती है।
किसानों के भुगतान की जिम्मेदारी सोसायटी की
बैठक के दौरान कलेक्टर ने उपार्जन से जुड़े अधिकारियों को किसानों के भुगतान को सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि जिन सोसायटियों में उपार्जित धान की मात्रा में कमी पाई गई है, वहां किसानों का भुगतान संबंधित सोसायटी द्वारा किया जाएगा। साथ ही, उपार्जन व्यवस्था में सुधार के लिए कड़ी कार्रवाई और एफआईआर दर्ज कराने के भी निर्देश दिए गए।
पटवारियों पर कार्रवाई
शहपुरा तहसील में फार्मर रजिस्ट्री और आरओआर से आधार लिंक करने में लापरवाही बरतने पर 44 पटवारियों का एक दिन का वेतन काटने का आदेश जारी किया गया है। तहसीलदार रविन्द्र पटेल ने यह आदेश 10 फरवरी के वेतन की कटौती का निर्देश दिया, जिसे सर्किल पीठासीन अधिकारियों द्वारा की गई समीक्षा के बाद लागू किया गया।