विदिशा। जिले में वर्षा का सीजन शुरू होते ही ग्रामीण क्षेत्रों के अधूरे निर्माण मुसीबत बन गए है। सोमवार रात से लगातार हो रही वर्षा के चलते मंगलवार को हैदरगढ़ और गैरतगंज के बीच कोटरा नदी पर बन रहे पुल के पास बनाया गया वैकल्पिक मार्ग ही बह गया, जिसके कारण लोगों को जेसीबी पंजे पर बैठकर नदी पार करना पड़ा। यह मार्ग बंद हो जाने से करीब एक दर्जन गांवों का सड़क संपर्क तहसील और जिला मुख्यालय से टूट गया है।
जिले में सोमवार से ही कही हल्की तो कही तेज वर्षा का दौर जारी है। हैदरगढ़ क्षेत्र में बीती रात जोरदार वर्षा हुई। मंगलवार को भी सुबह से दोपहर तक अच्छी वर्षा का दौर चलता रहा। जिसके कारण हैदरगढ़ से रायसेन जिले के गैरतगंज को जोड़ने वाली सड़क पर पुल निर्माण के लिए बनाया गया वैकल्पिक मार्ग बह गया। ग्रामीणों ने बताया कि कोटरा नदी पर बनाए जा रहे पुल के लिए ठेकेदार ने बिना पाइप डाले नदी में से वैकल्पिक मार्ग बना दिया था जो मंगलवार सुबह करीब सात बजे पानी के तेज बहाव में बह गया। सुबह के समय जब गुन्नौठा, कोलुआ जागीर सहित अन्य गांवों के लोग हैदरगढ़ और ग्यारसपुर आने के लिए निकले तो कोटरा नदी पर रास्ता बंद था।
हैदरगढ़ के सीताराम ने बताया कि सुबह के समय वे दूध एकत्रित करने के लिए गुन्नौठा के लिए निकले, लेकिन नदी के पास रास्ता बंद था। बड़ी संख्या में लोग एकत्रित थे। वहां पर नदी के किनारे ठेकेदार का जेसीबी वाहन खड़ा था। ग्रामीणों के आग्रह पर जेसीबी चालक ने लोहे के पंजे पर लोगों को बिठाकर अधूरे बनेे पुल के ऊपर पहुंचाया। इसके बाद लोग सड़क के दूसरे छोर तक पहुंच पाए। वही एक अन्य युवक शाहरुख का कहना था कि इस वर्षा सीजन में पुल का निर्माण होना संभव नहीं है, इसलिए ठेकेदार को पाइप डालकर पुलिया बनाना चाहिए ताकि क्षेत्र के लोगों को आवागमन की सुविधा मिल सके।
प्रधानमंत्री ग्रामीण सड़क योजना के उपयंत्री हरीश सैनी ने बताया कि हैदरगढ़ से गैरतगंज के बीच सड़क का निर्माण कराया जा रहा है। इसी के तहत कोटरा नदी पर 32 मीटर का एक करोड़ 43 लाख रुपये की लागत से फरवरी में पुल निर्माण का कार्य शुरू किया है। यह निर्माण अगले वर्ष फरवरी तक पूर्ण करना है। उन्होंने कहा कि वैकल्पिक मार्ग को ठीक कर जल्दी ही आवागमन शुरू करा दिया जाएगा।
सीहोर स्थित कृषि विज्ञान केंद्र के मौसम विज्ञानी डा. एसएस तोमर ने आगामी तीन दिनों तक जिले में जोरदार वर्षा की चेतावनी जारी की है। उन्होंने बताया कि अगले 72 घंटों तक तेज हवा और गरज – चमक के साथ तेज वर्षा होने का अनुमान है। इसके बाद राहत के आसार है। उनका कहना था कि इन तीन दिनों के दौरान प्रतिदिन 50 से 100 मिमी वर्षा होने की संभावना है। इस दौरान तापमान में दो से तीन डिग्री सेल्सियस की गिरावट आ सकती है।