राशि। ज्योतिष शास्त्र के अनुसार शनि देव 17 जनवरी 2023 को स्वराशि कुंभ में गोचर करेंगे। मार्च 2025 तक कुंभ में ही रहेंगे। शनि के स्वराशि कुंभ में गोचर करते ही कुछ राशियों से शनि साढ़े साती और ढैय्या हट जाएगी। वहीं, कुंभ, मीन, मकर राशि के लिए कठिन समय शुरू हो जाएगा। सबसे ज्यादा मुश्किल समय 2023 से 2025 तक कुंभ राशि वालों के लिए रहेगा। इस दौरान तीनों राशि के जातकों को अपनी सेहत का विशेष ध्यान रखना होगा और गुस्से पर नियंत्रण पाना होगा।
कुंभ: साल 2023 से 2025 तक सबसे मुश्किल भरा समय कुंभ राशि का रहेगा। शनि देव इस राशि के जातकों को कष्ट देंगे। कुंभ राशि पर सबसे कष्टदायक माना गया दूसरा चरण शुरू होगा। 2025 से 23 फरवरी 2028 तक शनि का तीसरा चरण रहेगा। इसके साथ ही कुंभ राशि के जातकों को साढ़ेसाती से पूरी तरह से मुक्ति मिल जाएगी। इस दौरान जातकों को धन, सेहत और रिश्तों के मामले में सतर्क रहना चाहिए। गुस्से से बचना चाहिए और देखभाल करके लेन-देन करना चाहिए। कुंभ राशि के जातकों के लिए हनुमान जी की प्रतिदिन आराधना करना सबसे ज्यादा फलदायी साबित होगा।
मकर: मकर राशि के जातकों की कुंडली में जनवरी 2023 से शनि साढ़े साती का तीसरा चरण शुरू हो जाएगा। यह चरण दूसरे से कम कष्ट देने वाला होगा। लेकिन इस दौरान मकर राशि वालों को सावधान रहने की आवश्यकता है। मार्च 2029 के बाद मकर राशि के जातकों को साढ़ेसाती से पूरी तरह मुक्ति मिल जाएगी। इसके बाद अच्छा समय शुरू हो जाएगा।
मीन: मीन राशि के जातकों के लिए भी बुरा समय जनवरी 2023 से शुरू होने वाला है। शनि के गोचर से मीन राशि पर साढ़े 7 साल तक शनि की टेढ़ी नजर बनी रहेगी। इस दौरान मीन राशि के जातकों को कई तरह की आर्थिक, मानसिक और शारीरिक कष्टों का सामना करना पड़ेगा। शनि के प्रभाव के वजह से आपके कार्य सफल नहीं हो पाएंगे। आपको शनि देव को प्रसन्न करने के उपाय करने चाहिए। अच्छे कर्म करने चाहिए, गरीबों की मदद करनी चाहिए। मेहनतकश मजदूरों, अधीनस्थों को सताने से बचना चाहिए।