बालाघाट। मध्य प्रदेश के बालाघाट जिले में पानीपुरी खाने से 50 से अधिक ग्रामीण और बच्चे बीमार हो गए हैं। फूड पॉइजनिंग की चपेट में 29 बच्चे हैं, जिनमें से चार की हालत गंभीर है। यह संख्या और बढ़ सकती है, और सभी मरीजों को उपचार के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
घटना का विवरण
ग्राम रटटा में एक युवक ने पानीपुरी की दुकान लगाई थी, जहां 23 जनवरी की शाम को ग्रामीणों और बच्चों ने पानीपुरी खाई थी। खाने के कुछ समय बाद, रात को कई लोगों की तबियत बिगड़ने लगी। अधिकांश लोगों को उल्टी, दस्त और चक्कर आने की शिकायत हुई। सूचना मिलने पर एंबुलेंस और निजी वाहनों से मरीजों को जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया।
संख्या में इजाफा होने की संभावना
शिशु वार्ड में 17 बच्चों को भर्ती किया गया है, जबकि मेडिकल वार्ड में एक दर्जन से अधिक ग्रामीणों को भर्ती किया गया है। गांव के उपसरपंच ने बताया कि और भी लोग अस्वस्थ हो रहे हैं, जिन्हें अस्पताल लाया जा रहा है, जिससे मरीजों की संख्या बढ़ सकती है। जिला अस्पताल में सभी मरीजों की स्थिति स्थिर बताई गई है।
चार बच्चों की हालत गंभीर
फूड पॉयजनिंग का शिकार चार बच्चों की हालत गंभीर है, जिनकी विशेष निगरानी की जा रही है। बाकी मरीजों को अस्पताल में भर्ती रखा गया है। एसडीएम गोपाल सोनी ने कहा कि लगभग 47 लोग अस्पताल में भर्ती हुए हैं, और यह संख्या बढ़ सकती है। स्वास्थ्य टीम गांव में स्थिति पर नजर रखे हुए है, और फिलहाल सभी मरीज स्थिर हैं।
डॉक्टरों का बयान
इस घटना के बाद से गांव में हड़कंप मच गया है, और लोग पानीपुरी बेचने वाली दुकान पर जाने से बच रहे हैं। डॉक्टरों का कहना है कि सभी मरीजों को फूड पॉयजनिंग की समस्या हुई है, जिनमें कुछ की हालत गंभीर बताई जा रही है।