नई दिल्ली।पेट्रोल और डीजल की कीमतों में बढ़ोतरी का सिलसिला जारी है। यह हफ्ते में तीसरी बार है कि पेट्रोल और डीजल की कीमतें बढ़ाई गई हैं। दिल्ली में 80 पैसे प्रति लीटर महंगा होने के बाद पेट्रोल 97.81 रुपए लीटर और डीजल 89.07 रुपए प्रति लीटर मिल रहा है। लहीं मुंबई में पेट्रोल 84 पैसे और डीजल 85 पैसे महंगा हुआ है। इस तरह मुंबईकरों को आज एक लीटर पेट्रोल के लिए 112.51 रुपए और एक लीटर डीजल के लिए 96.70 रुपए खर्च करने पड़ेंगे। वहीं चेन्नई में 76 पैसे तो कोलकाता में 84 पैसे की वृद्धि की गई है।
पेट्रोल और डीजल की कीमत में वृद्धि थोड़े-थोड़े अंतराल पर की जाएगी। सरकारी तेल कंपनियों द्वारा वाहन ईंधन की खुदरा कीमत तय करने की यह नई रणनीति है। यही वजह है कि दो दिन 80-80 पैसे की वृद्धि के बाद दो दिनों की राहत है। तेल कंपनियां खुद फैसला करेंगी कि खुदरा कीमतों में बढ़ोतरी कितने अंतराल पर करनी है। हालांकि यह तय है कि वृद्धि का यह सिलसिला लंबा चलेगा। वजह यह है कि नवंबर, 2021 से मार्च, 2022 के मध्य तक तेल कंपनियों ने कीमतों में कोई फेरबदल नहीं किया है।
सरकार के आंकड़े बताते हैं कि नवंबर, 2021 में भारत ने औसतन 89.34 डालर प्रति बैरल की दर से क्रूड की खरीद की थी जो दिसंबर, 2021 में घटकर 83.45 डालर प्रति बैरल हो गई। जनवरी, 2022 में यह बढ़कर 97.09 डालर प्रति बैरल और फरवरी, 2022 में 108.70 डालर प्रति बैरल हो गया। पेट्रोल-डीजल में चार नवंबर, 2021 से लेकर 20 मार्च, 2022 तक कोई वृद्धि नहीं की गई थी। क्रूड खरीद के आंकड़ों से साफ है कि सरकारी तेल कंपनियों के लिए क्रूड की लागत लगातार बढ़ती गई है। यही नहीं इस दौरान डालर के मुकाबले रुपये भी 73.92 के स्तर से बढ़कर 77 के स्तर पर आ गया है। डालर के मुकाबले रुपये का गिरता स्तर तेल कंपनियों के लिए क्रूड की लागत को और बढ़ा देता है। पश्चिम बंगाल, असम समेत पांच राज्यों के चुनाव के दौरान भी तेल कंपनियों ने कीमतें नहीं बढ़ाई थी लेकिन उसके बाद तकरीबन दो महीनों तक रोजाना 35 पैसे की वृद्धि की थी। इस बार रोजाना वृद्धि की संभावना कम है।