नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सोमवार तड़के अपनी तीन दिवसीय यूरोप यात्रा के तहत नई दिल्ली से जर्मनी के लिए रवाना हुए। पीएम मोदी भारतीय समयानुसार सोमवार सुबह ही बर्लिन पहुंच गए। एयरपोर्ट पर उनका स्वागत किया गया। यहां जर्मन चांसलर ओलाफ स्कोल्ज़ के साथ छठे भारत-जर्मनी अंतर-सरकारी परामर्श (आईजीसी) में भाग लेंगे। साल 2022 की पहली विदेश यात्रा के तहत पीएम मोदी डेनमार्क और फ्रांस भी जाएंगे। रूस-यूक्रेन युद्ध के बीच पीएम मोदी की यह यात्रा बहुत अहम मानी जा रही है। तीन दिन में पीएम मोदी 8 वर्ल्ड लीडर्स और 50 बिजनेस लीडर्स से मुलाकात करेंगे। कुल मिलाकर पीएम मोदी 65 घंटों में 25 बैठकें करेंगे।
तय कार्यक्रम के मुताबिक पीएम मोदी सोमवार को सुबह (स्थानीय समयानुसार) साढ़े नौ बजे बर्लिन पहुंचेंगे। शाम 4:15 बजे मोदी फेडरल चांसलर में छठे भारत-जर्मनी अंतर-सरकारी परामर्श में भाग लेंगे। पीएम मोदी शाम 7 से 7:20 बजे तक फेडरल चांसलरी में प्रेस लाउंज में प्रेस कॉन्फ्रेंस में शामिल होंगे। सम्मेलन के बाद, पीएम मोदी 8 से 8:50 बजे तक कॉमर्जबैंक में व्यापार गोलमेज सम्मेलन में भाग लेंगे। पीएम मोदी रात 10 से 10:45 बजे तक थिएटर एम पोस्टडैमरप्लाट्ज में एक ग्रैंड रिसेप्शन में शामिल होंगे। वह 11:30 बजे जर्मन चांसलर ओलाफ स्कोल्ज़ द्वारा आयोजित रात्रिभोज में भी शामिल होंगे। ओलाफ स्कोल्ज़ के जर्मन चांसलर बनने के बाद दोनों नेताओं की यह पहली मुलाकात होगी।
इससे पहले पीएम मोदी ने रविवार को कनाडा के मरखम स्थित सनातन मंदिर सांस्कृतिक केंद्र में सरदार पटेल की प्रतिमा का अनावरण किया गया। इस मौके पर पीएम मोदी ने कहा, भारत दूसरों की कीमत पर अपने उत्थान के सपने नहीं देखता और देश की प्रगति संपूर्ण मानवता के कल्याण से जुड़ी हुई है। इस अवसर पर आयोजित कार्यक्रम को वीडियो कांफ्रेंस के जरिये संबोधित करते हुए मोदी ने कहा कि यह प्रतिमा भारत-कनाडा संबंधों का प्रतीक रहेगी। प्रधानमंत्री ने कहा, भारत वह शीर्ष चिंतन है-जो “वसुधैव कुटुंबकम” की बात करता है। भारत अपने साथ संपूर्ण मानवता और पूरी दुनिया के कल्याण की कामना करता है। सतत विकास और जलवायु परिवर्तन जैसे मुद्दों पर भारत की आवाज संपूर्ण मानवता का प्रतिनिधित्व करती है।