नई दिल्ली। परीक्षा से ऐन पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को देश के अलग-अलग हिस्सों के बच्चों को संबोधित किया। उन्होंने शुरुआत में ही बच्चों को नरमी के साथ फटकार लगाते हुए ऑनलाइन और ऑफलाइन का भेद स्पष्ट करते हुए दोनों का महत्व बताया। उन्होंने कहा कि आप जब ऑनलाइन होते हैं तो सच में पढ़ाई करते हैं या रील देखते हैं। उन्होंने कहा कि ऑनलाइन और ऑफलाइन के साथ-साथ इनरलाइन का भी ध्यान रखें। इस तरह ही पढ़ाई के साथ-साथ जीवन को सही तरीका से ढाला जा सकेगा।
#ParikshaPeCharcha with my young friends. https://t.co/VYwDO6PLLz
— Narendra Modi (@narendramodi) April 1, 2022
उन्होंने एक बच्चे के सवाल के जवाब में कहा कि जब आप ऑनलाइन पढ़ाई करते हैं, तो क्या आप सच में पढ़ाई करते हैं या रील देखते हैं? दोष ऑनलाइन या ऑफलाइन का नहीं है। क्लासरूम में भी कई बार आपका शरीर क्लासरूम में होता है। आपकी आंखें टीचर की तरफ होती है, लेकिन कान में एक भी बात नहीं जाती होगी। इसकी वजह यह है कि आपका दिमाग कहीं और होगा। मन कहीं और होगा तो सुनना ही बंद हो जाता है। जो चीजें ऑफलाइन होती हैं, वही ऑनलाइन भी होती हैं। इसका मतलब है कि माध्यम समस्या नहीं है, मन समस्या है। माध्यम ऑनलाइन हो या ऑफलाइन। अगर मन पूरा उसमें डूबा हुआ है, तो आपके लिए ऑनलाइन या ऑफलाइन का कोई फर्क नहीं पड़ेगा।
इसके साथ ही पीएम मोदी ने बच्चों को नसीहत देते हुए कहा कि दिन भर में कुछ पल ऐसे निकालिए, जब आप ऑनलाइन भी नहीं होंगे, ऑफलाइन भी नहीं होंगे बल्कि इनरलाइन होंगे। यानी जितना अपने भीतर जाएंगे, उतनी ही अपनी ऊर्जा को अनुभव करेंगे। अगर इन चीजों को कर लेते हैं तो मुझे नहीं लगता कि सारे संकट कोई कठिनाई पैदा कर सकते हैं। आज हम डिजिटल गैजेट के माध्यम से बड़ी आसानी से और व्यापक रूप से चीजों को प्राप्त कर सकते हैं। हमें इसे एक अवसर मानना चाहिए, न कि समस्या।