नई दिल्ली। पीएम नरेंद्र मोदी ने शनिवार को गुजरात के पंचमहल जिले के लोकप्रिय तीर्थ स्थल पावागढ़ कालिका मंदिर का लोकार्पण किया। इस मंदिर तथा उसके परिसर का पुनर्विकास किया गया है। पीएम नरेंद्र मोदी ने इस मौके पर ध्वजारोहण किया। पुनर्विकास के चलते पहले पावागढ़ पहाड़ी की चोटी को चौड़ा करके एक बड़े परिसर की नींव रखी गई, फिर परिसर की पहली एवं दूसरी मंजिल पर सहायक सुविधाएं खड़ी की गईं। मूल गर्भगृह को बरकरार रखा गया है तथा पूरे मंदिर को फिर से बनाया गया है। मुख्य मंदिर एवं खुले क्षेत्र को चौड़ा किया गया है।
वही माताजी के पुराने मंदिर में जहां ‘शिखर’ के स्थान पर एक दरगाह थी। दरगाह को एक सौहार्दपूर्ण बस्ती में स्थानांतरित कर दिया गया है तथा एक नए ‘शिखर’ का निर्माण किया गया है जिस पर लगे खंभे पर ध्वज पताका लगा है। इसी ध्वज को फहराकर प्रधानमंत्री मोदी ने मंदिर का लोकार्पण किया। इस दौरान पीएम मोदी ने गुजरात में 21 हजार करोड़ रुपये की योजनाओं का शिलान्यास किया।
इसी अवसर पर प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, ‘सपना जब संकल्प बन जाता है तथा संकल्प जब सिद्धि के तौर पर नजर के सामने होता है। इसकी आप कल्पना कर सकते हैं। आज का यह पल मेरे अंतर्मन को खास आनंद से भर देता है। कल्पना कर सकते हैं कि 5 शताब्दी के बाद और स्वतंत्रता के 75 वर्ष के बाद तक मां काली के शिखर पर ध्वजा नहीं फहरी थी आज मां काली के शिखर पर ध्वजा फहरी है। यह पल हमें प्रेरणा एवं ऊर्जा देता है तथा हमारी महान संस्कृति एवं परंपरा के प्रति हमें समर्पित भाव से जीने के लिए प्रेरित करता है। आज सदियों पश्चात् पावागढ़ मंदिर में एक बार फिर से मंदिर के शिखर पर ध्वज फहरा रहा है। यह शिखर ध्वज सिर्फ हमारी आस्था एवं आध्यात्म का ही प्रतीक नहीं है! यह शिखर ध्वज इस बात का भी प्रतीक है कि सदियां बदलती हैं। युग बदलते हैं, किन्तु आस्था का शिखर शाश्वत रहता है।