ग्वालियर। जिले के महाराजपुरा थाना क्षेत्र के चंदू पुरा और खैरिया गांव में एक बार फिर से जहरीली शराब ने अपना कहर बरपाया है। भाई दूज के दिन आधा दर्जन लोगों ने विषाक्त शराब का सेवन किया था। जिसमें से शराब लाने वाला विजय परिहार भी इस हादसे में मौत के मुंह में समा गया है। इसलिए फिलहाल यह कह पाना मुश्किल है, कि इन लोगों ने कौन सी शराब पी थी और यह शराब कहां से लाई गई थी। पुलिस यह बताने की स्थिति में भी नहीं है ,कि यह शराब कच्ची थी अथवा ठेकों से लाई गई थी। हादसे में शराब पीने में साथ देने वाले बंटी रजक, तेज सिंह, चंद्रपाल और लालू माहोर की आंखों की रोशनी पर बड़ा असर पड़ा है।
इन सभी लोगों को बुधवार को जयारोग्य अस्पताल में भर्ती कराया गया था। जहां विजय और प्रदीप की मौत हो गई है। जबकि जिन लोगों ने इस हादसे में अपनी आंखों की रोशनी गवाई है। उन्हें जयारोग्य अस्पताल के गहन चिकित्सा इकाई में भर्ती कराया गया है। मीडिया द्वारा इस मामले को उठाने के बाद जिला प्रशासन के कान खड़े हुए और देखते ही देखते पुलिस महकमे से लेकर आबकारी विभाग ,जिला प्रशासन के अधिकारी और चिकित्सकों की फौज वहां पहुंच गई। फिलहाल प्रशासनिक अधिकारी अस्पताल में भर्ती मरीजों से बयान ले रहे हैं। उनका कहना है ,कि फिलहाल कुछ नहीं कहा जा सकता है। अभी मरीजों का इलाज चल रहा है। उनके कथन पूरे होने के बाद ही कुछ कहा जा सकेगा।
हैरानी की बात यह है ,कि इससे पहले जनवरी में मुरैना में बड़ा हादसा हुआ था। जिसमें जहरीली शराब पीने से 27 लोगों की जान चली गई थी। वही भिंड में भी 7 लोगों की जहरीली शराब पीने से मौत हो चुकी है। प्रशासनिक उदासीनता के चलते अवैध शराब के अड्डे बदस्तूर चल रहे हैं। प्रशासन कुछ समय के लिए सक्रिय हुआ था। अब फिर से मामले में ढील पोल बरती जा रही है। इसी का नतीजा यह तीसरा बड़ा शराब कांड है।
मामले के सुर्खियां बनने के बाद जिला कलेक्टर अस्पताल पहुंचे उन्होंने शराब की अधिक मात्रा पीने से एक व्यक्ति की मौत की पुष्टि की है। दूसरे व्यक्ति के बारे में उन्होंने कहा है, कि वह इस मामले की जांच करवाएंगे। फिलहाल उन्होंने जहरीली शराब होने की पुष्टि नहीं की है और जांच की बात कही है।