इंदौर। इंदौर में सीआरपीएफ अफसर का बेटा सेक्सटॉर्शन गिरोह का सरगना बन गया। हिमांशु तिवारी खुद एक साल पहले सेक्सटॉर्शन का शिकार हुआ था। इसके बाद उसने अपनी गर्लफ्रेंड के साथ गिरोह बनाया। फिर शुरू हुआ सोशल मीडिया पर लोगों को अश्लील बातों में फंसाकर न्यूड वीडियो कॉल के जरिए ब्लैकमेल करने का खेल। अब तक 35 लोगों को ब्लैकमेल कर रुपए ऐंठे हैं। हिमांशु के CRPF अफसर पिता को जब इकलौते बेटे की गिरफ्तारी का पता चला तो उन्होंने पुलिस को फोन कर पूरा मामला जाना। पिता बोले-बेटे की परवरिश में कोई कमी नहीं आने दी। फिर वो ऐसे कामों में कैसे उलझ गया।
थाना प्रभारी सतीश पटेल ने बताया कि हिमांशु की गैंग इंस्टाग्राम पर लड़कियों के आकर्षक फोटो डालती थी। फेसबुक पर भी सुंदर लड़कियों की आईडी बनाकर लोगों को फ्रेंड रिक्वेस्ट भेजते थे। जो रिक्वेस्ट एक्सेप्ट कर लेते, उससे अश्लील चैटिंग करते। फिर न्यूड वीडियो बनाने के लिए उकसाते। इस वीडियो चैटिंग को स्क्रीन रिकॉर्डर के जरिए रिकॉर्ड करके उसे ही भेज देते। इस तरह ब्लैकमेल करके रुपए ऐंठते। पुलिस ने पांच लोगों को गिरफ्तार किया है। सभी स्टूडेंट हैं। इनमें एक नाबालिग भी है। मुख्य आरोपी हिमांशु तिवारी, उसकी गर्लफ्रेंड प्रियंका पिता पुष्पेश विश्वकर्मा निवासी इंदौर, रीवा के रहने वाले दो छात्र अमर और सीताराम पुलिस की गिरफ्त में है।
हिमांशु ने बताया कि एक साल पहले वो इंस्टाग्राम पर सेक्सटॉर्शन का शिकार हो गया था। उसने अपने अश्लील वीडियो बनने के बाद गिरोह को रुपए दिए थे। जिसके बाद उसने अपनी गर्लफ्रेंड प्रियंका को ये बात बताई। दोनों ने जल्द रुपए कमाने के लालच में खुद की गैंग बनाने का प्लान किया।।गैंग के सदस्य कई लोगों की फर्जी आईडी बनाकर महिलाओं की अश्लील फोटो लगाकर फ्रेंड रिक्वेस्ट भेजते। फिर प्रियंका फेसबुक और इंस्टाग्राम पर ऑडियो भेजती। जब शिकार फंस जाता तो वीडियो कॉल करके उसका अश्लील वीडियो बनाते। स्क्रीन रिकॉर्डर से रिकॉर्ड कर लेते। फिर वीडियो वायरल करने की धमकी देकर रुपए वसूलते।
इंस्टाग्राम पर आसानी से प्रोफाइल बन जाती है। हिमांशु और उसकी गर्लफ्रेंड ने कुछ प्रोफाइल बनाई। फिर युवतियों के बोल्ड फोटो निकाले। उससे कई नामों से अलग-अलग आईडी बनाकर लगातार वायरल किया। शिकार फंसने के बाद उसे 1 हजार से 10 हजार रुपए तक की रेट लिस्ट भेजते थे। सेक्सी बाते करने से लेकर अश्लील वीडियो पर बात करने के अलग-अलग रेट होते थे। हिमांशु के पुलिस की गिरफ्त में आने के बाद जम्मू में CRPF में पदस्थ पिता रमाकांत तिवारी ने पुलिस को फोन कर वस्तु स्थिति जानी। पिता ने बताया कि उनका परिवार 5 साल पहले इंदौर आया था। BBA करने के बाद हिमांशु MBA की तैयारी कर रहा था। इकलौता बेटा होने के कारण उसकी हर जरूरत को पूरा किया जाता था। घर में अपने कमरे में ही पढ़ाई के बहाने उसने लैपटॉप और वाईफाई लगवा लिया था। वो अपने दोस्तों के साथ घंटों तक कम्प्यूटर पर काम करता रहता था, लेकिन पता नहीं था ये गंदा काम कर रहा है।