मध्यप्रदेश | मंगलवार दोपहर को शहर के पंचकुइया मुक्तिधाम में पुलिस अधिकारियों द्वारा चाइना से आए युवक का अंतिम संस्कार किया गया। युवक कुछ महीनों पहले अपने पिता के निधन के बाद चीन से भारत आया था और जिसके बाद सिवनी में रुका हुआ था। मां की तबीयत अधिक खराब होने के कारण उसने अपनी पत्नी और बच्चों को वापस ही भेज दिया था। लेकिन मंगलवार दोपहर को संक्रमण के बाद शहर के निजी अस्पताल में मनोज का निधन हो गया।
एडिशनल एसपी प्रशांत चौबे ने बताया कि सिवनी निवासी मनोज कुमार चीन की एक बैंक में नौकरी करते थे और अपने मां-बाप की देखभाल के लिए भारत आए थे लेकिन पिता के देहांत होने के बाद वह सिवनी में रुके हुए थे उनकी पत्नी विनीला और बेटा मिराज को उन्होंने कुछ महीनों पहले चीन भेज दिया था लेकिन कुछ दिनों से संक्रमण के कारण अरविंद अस्पताल में उनका इलाज चल रहा था मंगलवार दोपहर उनकी मौत हो गई।
पत्नी विनीला और बेटा मिराज चीन में थे और कोविड-19 के नियमों के कारण भारत नहीं आ सकते थे। मंगलवार दोपहर विनीला ने दिल्ली में रहने वाले सीआरपीएफ अफसर से बात की और मनोज के अंतिम संस्कार की इच्छा जताई। अफसर ने इंटरनेट पर वालिंटियर यश पाराशर के नंबर तलाशे और पूरा घटनाक्रम बताया। यश ने तत्काल एएसपी प्रशांत चौबे से बात की और कहा कि वह मनोज को मुखाग्नि देना चाहता है।
एएसपी ने एडीएम राजेश राठौर की मदद से पंचकुईया मुक्तिधाम शव मंगवाया और श्मशान दरोगा से लकड़ियों का इंतजाम करने को कहा। विनीला ने कहा वह चाहती है पति विधि विधान से अंतिम संस्कार हो। उन्हें फूल बहुत पसंद है इसलिए फूल अर्पित कर दें। अंतिम बार वीडियो कॉल कर दर्शन भी करवा दे। यश पाराशर ने मनोज को मुखाग्नी दी और एएसपी ने फूल अर्पित किए। विनीला और मिराज को अंतिम बार दर्शन भी करवाए।