धर्मेंद्र शर्मा, ग्वालियर। झांसी से दिल्ली जा रहे दो सर्राफा व्यवसायियों से हुई 60 लाख की ठगी के मामले में पुलिस ने 5 आरोपियों को गिरफ्तार किया है। दोनों व्यवसायियों से 17 जून को डबरा निकलते ही ट्रेन में आरोपियों ने राजस्थान क्राइम ब्रांच के अफसर बनकर वारदात को अंजाम दिया था। पुलिस ने पकड़े गए आरोपियों से 27 लाख रुपए बरामद किए हैं। खास बात यह है, कि पांचों आरोपियों में से एक आरपीएफ और 3 ग्वालियर पुलिस के आरक्षक है और एक अन्य इनफॉर्मर को पुलिस ने पकड़ा है। इनमें से एक आरक्षक पिछले 5 साल से सस्पेंड चल रहा था। साथ ही आरोपियों को जानकारी देने वाला व्यापारियों का ड्राइवर अभी पुलिस गिरफ्त से फरार है। फिलहाल पुलिस सख्ती से इन सभी से पूछताछ कर रही है। ताकि इन सभी आरोपियों से बकाया रकम बरामद की जा सके।
डबरा ग्वालियर के बीच दिया वारदात को अंजाम…
दरअसल झांसी के रहने वाले सागर अग्रवाल एवं संजय गुप्ता सुनारी का काम करते हैं। उनका लोकल व्यापारियों के लिए आभूषण लाने का काम के चलते दिल्ली से झांसी आना जाना लगा रहता है। 17 जून को भी यह दोनों व्यवसाई दो पिट्ठू बैग में 60 लाखों रुपए लेकर जबलपुर निजामुद्दीन एक्सप्रेस से झांसी से दिल्ली जा रहे थे।
इसी बीच जैसे ही ट्रेन ने ग्वालियर जिले के डबरा कस्बे को क्रॉस किया, वैसे ही डबरा ग्वालियर के बीच दोनों व्यापारियों के पास राजस्थान क्राइम ब्रांच के अफसर बनकर चार लोग आ धमके और उन्होंने व्यापारियों की तलाशी लेने के नाम पर उनके दो पिट्ठू बैग में रखे 60 लाख रुपए कार्रवाई के नाम पर जप्त कर लिए। इस दौरान ट्रेन में मौजूद टीसी को भी क्राइम ब्रांच के फर्जी अफसरों ने जमकर हड़काया। इन सबके बीच चारों नकली क्राइम ब्रांच अफसर आगरा पर रुपयों का बैग लेकर उतर गए।
व्यवसाई के ड्राइवर ने दी थी रुपए ले जाने की जानकारी…
राजस्थान क्राइम ब्रांच के चारों फर्जी अफसरो के द्वारा 60 लाख की बैग लेकर उतर जाने के बाद दोनों व्यापारियों ने ग्वालियर से दिल्ली अपने नेटवर्क के लोगों से बात की। जिसके बाद घटना के 15 दिन बाद 2 जून को जीआरपी में मामला दर्ज किया गया। पुलिस अधीक्षक अमित सांघी के संज्ञान में मामला आते ही उन्होंने तुरंत एक्शन लेते हुए आरोपियों की जानकारी और धरपकड़ के लिए टीम का गठन कर दिया। जिसके बाद क्राइम ब्रांच और जीआरपी थाना पुलिस ने मिलकर 24 घंटे में पूरे मामले का खुलासा कर दिया है और वारदात में शामिल 4 आरोपी सहित इनफॉर्मर को गिरफ्तार किया है।
घटना में एक आरक्षक आर.पी.एफ., दो पुलिस आरक्षक एवं 5 साल से निलंबित चल रहा एक आरक्षक शामिल था। इनके अलावा 1 इनफॉर्मर को भी गिरफ्तार किया है। साथ ही व्यापारियों का एक ड्राइवर अभी फरार है, जिसने आरोपियों को बड़ी रकम ले जाने की जानकारी दी थी। फिलहाल पुलिस ने इन सभी से 27 लाख रूपये जप्त किये है और शेष रकम के लिये पुलिस रिमांड लेकर पूछताछ कर रही है।