खरगोन :- मारुगढ़ में नाबालिग से दुष्कर्म मामले में लापरवाही बरतने वाले पुलिसकर्मियों पर गाज गिरी है। 100 डायल आरक्षक को सस्पेंड कर दिया गया है। दुष्कर्म की घटना के बाद पीड़िता के भाई और ग्रामीणों ने डायल 100 में कॉल करके तुरंत मदद मांगी थी। लेकिन गाड़ी डेढ़ घंटे देरी से पहुंची थी। हालांकि यह कार्रवाही खानापूर्ति भर है। घटना को आज 4 दिन हो चुके हैं और पुलिस के हाथ अब भी खाली ही हैं।
मौका-ए-वारदात से पीड़िता के भाई और ग्रामीणों ने 100 डायल को रात में ही सूचना देकर मदद मांगी थी। लेकिन गाड़ी डेढ़ घंटा लेट पहुंची थी। लोगों का आरोप लगाया था कि पुलिस जल्दी आ जाते तो दु्ष्कर्मी पकड़े जाते क्योंकि पैदल ही भागे थे। इस मामले में डीआईजी तिलक सिंह ने आरक्षक बलवीर यादव को सस्पेंड कर दिया है। बीते शुक्रवार को आईजी योगेश देशमुख भी खरगोन पहुंचे थे और घटना की जानकारी ली थी। साथ ही सख्त ही लापरवाह पुलिसकर्मियों पर सख्त कार्रवाई के निर्देश दिए थे।
आपको बता दें कि बुधवार को खरगोन जिले से भी उत्तर प्रदेश के हाथरस जैसी वारदात सामने आई थी। यहां भी एक नाबालिग किशोरी बदमाशों की हवस का शिकार हुई थी। पानी पीने के बहाने आए तीन बदमाश लड़की को उठा ले गए और फिर उसके साथ सामूहिक बलात्कार किया था। यहां भी पुलिस की कार्यशैली पर सवाल उठ रहे हैं। परिजनों का आरोप है कि शिकायत के बाद भी पुलिस करीब डेढ़ घंटे बाद मौके पर पहुंची।