किसान की आत्महत्या पर कर रहे राजनीति

भोपाल। मुख्यमंत्री  शिवराज सिंह चौहान के ग्रह जिले सीहोर में किसान द्वारा की गई आत्महत्या मामले में सियासत तेज हो गई है। पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने इसे मुद्दा बनाते हुए मुख्यमंत्री चौहान और कृषि मंत्री कमल पटेल पर निशाना साधा है। दिग्विजय ने कहा कि बुधवार को सीएम के सीहोर दौरे के दौरान पूरा जि़ला प्रशासन मामा जी की सेवा में लगा रहा। इस दौरान ना किसानों का सर्वे हो रहा है और ना मुआवज़ा मिल रहा। दिग्विजय यही नही रुके उन्होंने फसल बीमा को लेकर सीधे सीएम ओर कृषि मंत्री पर तंज कसते हुए कहा कि किसानों के लिए बीमा की तो उम्मीद  फिलहाल छोड़ ही दीजिए क्योकि मामा जी और उसके कृषि मंत्री में कंपनियों से कमीशन को ले कर विवाद चल रहा है। आत्महत्या के कारण पर भी पक्ष विपक्ष आमने सामने: बुधवार को सीहोर जिले के गुड़भेला ग्राम निवासी किसान बाबूलाल वर्मा की आत्महत्या के कारण को लेकर भी पक्ष विपक्ष आमने सामने आ गए है।

एक ओर बुधवार को अनुविभागीय अधिकारी जैन ने बयान जारी कर कहा कि कि उक्त किसान ने अनेक बीमारियों से परेशान होकर मानसिक तनाव में आत्महत्या कर ली। वह लंबे समय से बीमारियों से ग्रसित था। बीमारी के चलते उसने भोपाल और इंदौर में अपने ऑपरेशन भी करवाये थे। उनके इस बयान पर प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ के मीडिया समन्यवयक नरेंद्र सलूजा ने पलटवार किया है। सलूजा ने उक्त किसान के एक परिजन का मीडिया को दिया एक बयान वाला वीडियो जारी किया है, जिसमे फसल खराब होने को आत्महत्या का कारण बताया जा रहा है। बुधवार को ही जिला प्रशासन ने जारी की थी अपील: गुड़भेला निवासी किसान बाबूलाल वर्मा ने जिस दिन आत्महत्या की ,ठीक उसी दिन शासन द्वारा फसल की खराबी संबधित दावे-आपाि 10 सितम्बर  तक देंने की अपील जारी की गई थी, इस अपील में कलेक्टर्स को जिलों में फसल संबंधी इस कार्यवाही का किसानों के बीच अधिक से अधिक प्रचार-प्रसार कराए जाने के निर्देश दिए गए थे।

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