ग्वालियर। ग्वालियर में धोखाधड़ी के एक मामले का खुलासा करने वाली पुलिस ने यूपी के झांसी में हुई चार हत्याओं का खुलासा कर दिया। 10 साल बाद पता लगा कि लोग जिस मनोज गहलोद को गुमशुदा समझ रहे थे, उसकी हत्या उसकी ही पत्नी गीता ने अपने प्रेमी सीरियल किलर राजेश के साथ मिलकर की थी। पत्नी ने पति को नींद की गोली मिलाकर बीयर पिला दी। इसके बाद गला दबाकर उसे झांसी के पास बेतवा नहीं में फेंक दिया। अब जाकर यह मामला सीरियल किलर राजेश के हाथ आने के बाद खुला है। उससे तीन हत्याएं और कुबूली हैं। प्रेमिका गीता, उसका बेटा व भतीजा की हतया कुबूली है।
क्राइम ब्रांच और बिलौआ पुलिस ने मिलकर 16 मार्च को 36 लाख रूपये की धोखाधड़ी एवं ट्रिपल मर्डर के मुख्य आरोपी राजेश कमरिया को गिरफ्तार किया था। राजेश को ग्वालियर का नटवर लाल भी कहा जाता है। इसके नाम राजेश कमरिया, राजेश कुमार व राजेन्द्र मेहरा है। यह भेष और नाम बदलकर ऐसी महिलाओं को फंसाता था जिनके नाम पर प्रॉपर्टी हो। इसी ने 31 दिसंबर 2011 को कोतवाली के बालाबाई के बाजार में रहने वाले मनोज गहलोत की हत्या को भी अंजाम दिया था। मनोज की पत्नी गीता जो इसकी प्रेमिका थी, उसके साथ मिलकर थाना बड़ागांव जनपद झांसी क्षेत्र में पंप हाउस नहर के किनारे बीयर में नशे की गोलियां मिलाकर मनोज की हत्या कर दी थी और लाश को नहर में बहा दिया था। 10 साल से मनोज लापता था और परिवार के सदस्य उसे गुमशुदा समझ रहे थे। हाल ही में बिलौआ में 36 लाख रुपए की जमीन की धोखाधड़ी में राजेश को पुलिस ने गिरफ्तार किया था। उसके बाद एक के बाद एक तीन हत्याओं का उससे खुलासा हुआ।
जिनकी हत्या की गई थी उनमें उसकी प्रेमिका गीता, उसके बेटा व भतीजा शामिल था। पर महिला का पति भी लापता था। इस पर पुलिस ने पूछताछ की तो गीता के साथ मिलकर उसे मारना कुबूल किया है।आरोपी द्वारा बताये गये उक्त हत्या की बारदात की तस्दीक के लिए एसएसपी अमित सांघी द्वारा क्राइम ब्रांच व थाना बिलौआ पुलिस की संयुक्त टीम को आरोपी द्वारा बताये गये घटनास्थल पर भेजा गया है। इस पूरे मामले में ग्वालियर की क्राइम ब्रांच, बिलौआ थाना पुलिस के अलावा पिछोर शिवपुरी में पदस्थ एएसआई शैलेन्द्र सिंह चौहान की भी अहम भूमिका है। झांसी जाकर किया घटना का रिक्रएशन साल 2013 में आरोपी ने मऊरानीपुर थाना क्षेत्र में ट्रिपल मर्डर किया था, जिसमेें उसके द्वारा अपनी प्रेमिका व दो बच्चों की निर्मम हत्या कर फरार हो गया था। क्राइम ब्रांच की टीम और बिलौआ थाने की फोर्स के अथक प्रयासों से आरोपी को हत्या के स्थान पर ले जाकर घटनास्थल पर सीन का रिक्रएशन किया गया। बड़ागांव जनपद झांसी से भी हत्या की तस्दीक की गई तो आरोपी के द्वारा हत्या की घटना घटित करने की बात सही पाई गई।