ग्वालियर। पुलिस ने बीते 19 फरवरी को सिद्ध मंदिर के पुजारी बाबा जानकी दास के अंधे कत्ल के मामले में पुलिस ने खुलासा करते हुए एक आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है। आरोपी ने बाबा की हत्या महज इसलिए कर दी थी, क्योंकि बाबा ने उसे अपने बर्तनों में खाना बनाने पर अपशब्द कह कर अपमानित किया था। जिसके बाद उसने कुल्हाड़ी से बाबा की हत्या कर दी थी। पुलिस ने आरोपी से हत्या में इस्तेमाल कुल्हाड़ी और खून से सने कपड़े बरामद कर लिए हैं।
15 दिनों तक तीन थानों की पुलिस के प्रयास से मिला आरोपी…
दरअसल हस्तिनापुर थाना क्षेत्र में 19 फरवरी के दिन पुलिस को सूचना मिली थी,कि सिद्ध बाबा मंदिर के पुजारी की किसी ने कुल्हाड़ी मारकर हत्या कर दी है। इलाके में पुजारी की निर्मम हत्या से सनसनी फैल गई थी। जिसके बाद पुलिस ने अज्ञात आरोपी को पकड़ने के लिए हस्तिनापुर, उटीला व बेहट थाने का बल और अपने मुखबिरों का जाल फैलाया था। जिसके बाद पुलिस को एक प्रत्यक्षदर्शी से सूचना मिली ,कि जिस दिन पुजारी की हत्या हुई थी। उस दिन एक व्यक्ति सिद्ध मंदिर में खाना बना रहा था। फिर क्या था पुलिस उस व्यक्ति की तलाश करते हुए जनकपुर पहुंची और उसे गिरफ्तार कर लिया। जब उससे कड़ाई से पूछताछ की गई ,तो उसने बाबा की हत्या करना स्वीकार कर लिया।
पुजारी के बर्तनों में खाना बनाने पर हुई बहस बनी हत्या की वजह…
पुजारी की हत्या के पीछे जो वजह सामने आई है, वह एकदम अविश्वसनीय है। क्योंकि जिस व्यक्ति ने हत्याकांड को अंजाम दिया था। उसकी रिश्तेदारी मठकापुर में थी और वह कई बार मठकापुर जाते समय ड़गौरा स्थित सिद्ध मंदिर पर रुका करता था और वारदात के दिन भी मठकापुर जाते समय उसकी मोबाइल की बैटरी खत्म हो गई थी। जिसके कारण वह मंदिर पर रुका और खाना बनाया। लेकिन उस दिन मंदिर के पुजारी के बर्तनों में खाना बनाने के कारण पुजारी ने उसे अपशब्द कहे। जिससे आरोपी को अपमान महसूस हुआ और उसने फ़ावड़ा कुल्हाड़ी मारकर पुजारी की हत्या कर दी। फिलहाल पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर हत्या में इस्तेमाल कुल्हाड़ी बरामद कर ली।