उज्जैन। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 15 नवंबर को भोपाल में हबीबगंज रेलवे स्टेशन का लोकार्पण करने के बाद उज्जैन-फतेहाबाद रेल मार्ग का लोकार्पण भी करेंगे। वे उज्जैन और इंदौर से एक-एक मेमू ट्रेन को भी आनलाइन हरी झंडी दिखाएंगे। उल्लेखनीय हैं कि उज्जैन-फतेहाबाद के बीच 23 किमी लंबे मार्ग का 245 करोड़ रुपये की लागत से गेज परिवर्तन किया गया है।
मार्च 2013 में इस ट्रैक को बंद करने की घोषणा की गई थी। 23 फरवरी 2014 को इस पर आखिरी मीटर गेज ट्रेन चलाई गई थी। काम पूरा होने के बाद अब रेलवे रूट का लोकार्पण किया जा रहा है। 15 नवंबर से उज्जैन और इंदौर से मेमू ट्रेनें भी चलेंगी। उज्जैन आलोट के सांसद अनिल फिरोजिया के अनुसार उज्जैन-इंदौर के बीच चार फेरों की अनुमति मांगी गई थी, फिलहाल रेलवे ने दो फेरों की अनुमति दी है।
उज्जैन-देवास-इंदौर के बीच की दूरी करीब 80 किलोमीटर है। उज्जैन-फतेहाबाद-इंदौर के बीच की दूरी 62 किलोमीटर है। गेज परिवर्तन के बाद दोबारा ट्रेनों का संचालन शुरू होने से इस रेल मार्ग से इंदौर की दूरी 18 किमी कम हो जाएगी, वहीं रेलवे इसी मार्ग से मालगाड़ियों का भी संचालन करेगा।
उज्जैन रेलवे स्टेशन को एयरपोर्ट की तर्ज पर स्वरूप दिया जा रहा है। इसके अलावा स्टेशन परिसर में 12 करोड़ रुपये की लागत से तीन मंजिला भवन बनाया जा रहा है। नए साल में स्टेशन का काम पूरा हो जाएगा। सांसद फिरोजिया के अनुसार जल्द ही यह काम भी पूरा हो जाएगा।
– मार्च 2013 में रेलवे ने उज्जैन-फतेहाबाद मीटरगेज ट्रैक बंद करने की घोषणा की।
– 23 फरवरी 2014 को उज्जैन से फतेहाबाद के बीच आखिरी मीटरगेज चली।
– वर्ष 2017-18 के बजट में गेज परिवर्तन के लिए 104 करोड़ रुपये किए मंजूर।
– – वर्ष 2018 के बजट में बजट बढ़ाकर 245 करोड़ रुपये किया। गेज परिवर्तन के साथ इलेक्ट्रिफिकेशन करने की भी मंजूरी दी।
– 22.96 किलोमीटर है ट्रैक की लंबाई।
– – 4.938 हेक्टेयर भूमि की गई अधिग्रहित।
– 10 करोड़ रुपये की लागत से किया गया चिंतामन स्टेशन व लेकोड़ा फ्लैग स्टेशन का निर्माण।
– – 18 गांवों को मिलेगा फायदा।
18 किमी दूरी हो जाएगी कम