ग्वालियर। ग्वालियर ब्राह्मणों पर टिप्पणी कर विवादों में आने के बाद भाजपा से निष्कासित नेता प्रीतम लोधी ने अब सामाजिक मंच से हुंकार भरी है। प्रीतम लोधी ने बुधवार को ग्वालियर में ओबीसी महासभा के बैनर तले मीडिया से बात की। उन्होंने कहा कि मैंने हमेशा ब्राह्मणों का आदर किया है और करता रहूँगा। प्रीतम लोधी ने कथावाचक बागेश्वर धाम के धीरेन्द्र शास्त्री के बयान पर पलटवार करते हुए कहा है कि कथावाचक बागेश्वर मेरे सामने आएगा तो उसका पायजामा गीला हो जाएगा।
ग्वालियर में ओबीसी महासभा में शामिल होते ही प्रीतम लोधी ने बागेश्वर धाम के कथावाचक धीरेंद्र शास्त्री को खुद के सामने आने की चुनौती देते हुए कहा है कि मेरी ठठरी (शवयात्रा) निकालने की बात कहने वाला कथावाचक अगर मेरे सामने आ जाए तो उसका पायजामा गीला हो जाएगा। उन्होंने पुराने मामले पर सफाई देते हुए खुद को बच्चा भी बता डाला है। लोधी ने यह भी कहा कि मैं तो अनपढ़ हूँ अगर मेरे मुंह से कुछ गलत बाते निकल गई थीं उसके लिए मैंने सार्वजनिक तौर पर माफी भी मांगी थी लेकिन इसके बावजूद पार्टी ने मुझे निष्कासित कर दिया। अगर कोई बच्चा गलती कर आता है तो उसको माफ कर दिया जाता है। लेकिन मुझे माफ करने की बजाय पार्टी से निष्कासित कर दिया गया। मुझ पर कई मामले दर्ज करवा दिए गए हैं। हिंदू महासभा की प्रीतम लोधी को जिला बदर की मांग को लेकर उन्होंने कहा कि अगर मुझे जिलाबदर करेंगे तो 6 महीने के लिए करेंगे लेकिन में फिर वापस आ जाऊंगा वो मुझे पाकिस्तान नहीं भेज सकते हैं।
प्रीतम लोधी ने कहा है कि अब ओबीसी, एससी/एसटी समाज को एकजुट करना शुरू कर दिया है। उन्होंने कहा कि मैं अब किसी राजनीतिक मंच पर नहीं जाउंगा बल्कि निचले और गरीब तबके को एक जुट कर उनकी लड़ाई लडूंगा। उन्होंने कहा कि मुझ पर ब्राह्मण समाज ने नहीं राजनैतिक पार्टियों ने एफआईआर कराई हैं। लेकिन मैं डरने वाला नहीं हूँ। कहा कि मैंने कुछ तथाकथित लोगों के लिए कह दिया तो मुझ पर एफआईआर कराई गई लेकिन कथावाचक बागेश्वर धाम के धीरेंद्र शास्त्री ने मंच से मुझे कुचलने की बात कही अपने समाज को उकसाया तो उन पर एफआईआर क्यों नहीं हुई। इस प्रदेश में अब दो कानून चल रहे हैं जिसे चलने नहीं दिया जायेगा।