लखनऊ। लखीमपुर खीरी के तिकोनिया क्षेत्र में हुई हिंसा में चार किसानों समेत आठ लोगों की मौत के बाद सोमवार तड़के मौके पर जा रहीं कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाद्रा को रास्ते में सीतापुर में हिरासत में ले लिया गया। कांग्रेस की उत्तर प्रदेश इकाई के अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू ने ‘पीटीआई-भाषा’ को बताया कि वाद्रा तथा कांग्रेस के राज्यसभा सदस्य दीपेंद्र हुड्डा समेत कुछ वरिष्ठ नेता लखीमपुर खीरी जा रहे थे। तभी तड़के करीब पांच बजे रास्ते में उन्हें सीतापुर में हिरासत में ले लिया गया। उन्होंने पुलिसकर्मियों पर वाद्रा से धक्का-मुक्की करने का भी आरोप लगाया और कहा कि कांग्रेस महासचिव किसानों का दुख-दर्द बांटने जा रही थीं और उन्हें इस तरह से रोका जाना अलोकतांत्रिक है।
उधर, बहुजन समाज पार्टी बसपा के राष्ट्रीय महासचिव सतीश चंद्र मिश्र ने पुलिस प्रशासन पर उन्हें लखीमपुर खीरी जाने से रोकने का आरोप लगाया है। उनका कहना है कि प्रशासन ने उन्हें नोटिस थमाया है जिसमें कहा गया है कि कानून व्यवस्था की स्थिति के मद्देनजर वह लखीमपुर खीरी नहीं जा सकते। लिहाजा उन्होंने सोमवार को वहां जाने का इरादा छोड़ दिया है। आम आदमी पार्टी के राज्यसभा सदस्य संजय सिंह को भी देर रात लखीमपुर खीरी जाने से रोक दिया गया
जब नाश मनुज पर छाता है,
पहले विवेक मर जाता है।।राज्यसभा सांसद @deependerSHooda के साथ ये बर्ताव भाजपाई की कायरता का प्रतीक है और @priyankagandhi जी का डटकर खड़े हो जाना साहस का।
विजय साहस की होगी।#PriyankaGandhiwithFarmers#लखीमपुर_किसान_नरसंहार pic.twitter.com/OXtpuu2JE1
— Congress (@INCIndia) October 4, 2021
भाजपा सरकार किसानों को कुचलने की राजनीति कर रही है, किसानों को खत्म करने की राजनीति कर रही है। pic.twitter.com/51R5Kmt41B
— Priyanka Gandhi Vadra (@priyankagandhi) October 4, 2021