इटारसी। गुरुवार रात इटारसी-हरदा रेलखण्ड पर रेलवे ब्लाक पर काम कर रहे रेलवे बेल्डर विजय वारवे की ट्रेन की चपेट में आने से मौत हो गई। हादसे के वक्त मौके पर अन्य सहकर्मी भी मौजूद थे। इस घटना से वहां मौजूद रेलकर्मियों में हड़कंप मच गया। तुरंत पुलिस को इस घटना की सूचना दी गई। लेकिन पुलिस के पहुंचने में हुई देरी के कारण मृतक रेलकर्मी के शव के ऊपर से ट्रेनें जा रही थीं। इस बात से गुस्साए रेलकर्मियों ने लाल झंडी लेकर ट्रेनों को मौके पर रुकवा दिया।
घटना के बाद आरपीएफ पोस्ट इंचार्ज देवेंद्र कुमार, इटारसी टीआइ रामस्नेही चौहान एवं अन्य अधिकारी घटनास्थल पर पहुंचे और शव बरामद कर ट्रैक से हटाने की कार्रवाई की। जानकारी के अनुसार शाम को एडीईइन विभाग द्वारा डोलरिया स्टेशन के पास ब्लाक लेकर काम कराया जा रहा था। रेलकर्मियों के अनुसार ब्लाक के लिए लिए गए समय के बाद भी काम कराया जा रहा था, इसी दौरान ट्रेक पर सी केबिन मेहरागांव निवासी रेलकर्मी विजय वारवे वहां से गुजरने वाली ट्रेन की चपेट में आ गया। हादसे के बाद नाराज रेलकर्मियों ने ट्रेनों को रुकवा दिया।
आरोप लगाया गया है कि बड़े अधिकारी छोटे रेलकर्मियों को तय समय के बाद भी काम पर लगाये रहते हैं। काम से लौटने के बाद ब्लाक में लगे रेलकर्मियों के घर आने की तैयारी हो रही थी, तभी विजय वारवे ट्रेन की चपेट में आ गया। घटनास्थल पर अंधेरा होने के कारण कुछ नजर नहीं आ रहा था, इसी वजह से यह हादसा हो गया। 3 दिन पहले भिरंगी खिरकिया स्टेशन के पास चलती मालगाड़ी से ट्रेन मैनेजर नीरज सपकाले ब्रेक लगने ल बाद गिरकर हादसे का शिकार हुए थे। यूनियन नेताओं का आरोप है कि कर्मचारियों को समय पर घर जाने नहीं दिया जाता।