नई दिल्ली। इस समय सर्दी की आमद हो चुकी है लेकिन कहीं भी कड़ाके की ठंड जैसे हालात नहीं हैं। दूसरी तरफ दिल्ली में अभी खराब हवा कायम रहने के आसार हैं। स्कायमेट वेदर के अनुसार अगले 24 घंटों में कुछ राज्यों में हल्की से तेज बारिश संभव है। कहीं पर हिमपात एवं बिजली भी चमक सकती है। अगले 24 घंटों के दौरान, गिलगित-बाल्टिस्तान, मुजफ्फराबाद, लद्दाख और जम्मू कश्मीर में हल्की से मध्यम बारिश और हिमपात संभव है। हिमाचल प्रदेश में छिटपुट बारिश और हिमपात संभव है।
अगले 24 घंटों के दौरान मौसम की संभावित गतिविधि
– अगले 24 घंटों के दौरान, अंडमान और निकोबार द्वीप समूह और तमिलनाडु के दक्षिणी हिस्सों में हल्की से मध्यम बारिश के साथ एक या दो स्थानों पर भारी बारिश हो सकती है।
– तमिलनाडु और केरल के शेष हिस्सों में हल्की से मध्यम बारिश संभव है।
– दक्षिण आंतरिक कर्नाटक, लक्षद्वीप, पंजाब के कुछ हिस्सों, हरियाणा, दिल्ली और उत्तरी राजस्थान में छिटपुट हल्की बारिश संभव है।
– गिलगित-बाल्टिस्तान, मुजफ्फराबाद और जम्मू कश्मीर में हल्की से मध्यम बारिश और हिमपात संभव है।
– हिमाचल प्रदेश और लद्दाख में छिटपुट हल्की बारिश और हिमपात संभव है।
– दिल्ली और एनसीआर का वायु गुणवत्ता सूचकांक खराब से बहुत खराब श्रेणी में रहेगा।
पिछले 24 घंटों के दौरान, चेन्नई सहित तमिलनाडु के उत्तरी तट पर हल्की से मध्यम बारिश के साथ एक या दो स्थानों पर भारी बारिश हुई। तटीय तमिलनाडु, केरल और अंडमान और निकोबार द्वीप समूह में हल्की से मध्यम बारिश हुई। उत्तरी राजस्थान, लक्षद्वीप और तटीय कर्नाटक में एक या दो स्थानों पर हल्की बारिश हुई। गिलगित-बाल्टिस्तान, मुजफ्फराबाद और जम्मू कश्मीर में हल्की से मध्यम बारिश और हिमपात हुआ। दिल्ली और एनसीआर का वायु गुणवत्ता सूचकांक बहुत खराब से खराब श्रेणी में रहा।
चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र दक्षिण-मध्य बंगाल की खाड़ी के ऊपर बना हुआ है। दक्षिण-पूर्व बंगाल की खाड़ी और उससे सटे भूमध्यरेखीय हिंद महासागर से बनी पूर्व पश्चिम ट्रफ रेखा दक्षिण-पश्चिम बंगाल की खाड़ी और उससे सटे दक्षिण श्रीलंका तट तक फैली हुई है। एक और चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र नागालैंड और उससे सटे इलाकों में निचले स्तरों पर बना हुआ है। 9 नवंबर तक श्रीलंका तट के पास दक्षिण-पश्चिम बंगाल की खाड़ी के ऊपर एक कम दबाव का क्षेत्र बनने की संभावना है। यह उत्तर पश्चिम दिशा में तमिलनाडु तट की ओर बढ़ सकता है।