भाेपाल। मानसून ट्रफ भले ही सक्रिय नहीं है, लेकिन अलग-अलग स्थानाें पर बनी मौसम प्रणालियाें के कारण बंगाल की खाड़ी से नमी मिल रही है, जिसके चलते मध्य प्रदेश के विभिन्न जिलाें में मध्यम स्तर की वर्षा हाे रही है। इसी क्रम में बुधवार काे सुबह साढ़े आठ बजे से शाम साढ़े पांच बजे तक रतलाम में 17, शिवपुरी में नौ, बैतूल में तीन, खजुराहाे में दाे, छिंदवाड़ा में 0.4 मिलीमीटर वर्षा हुई। मौसम विज्ञानियाें के मुताबिक अभी भाेपाल, नर्मदापुरम, जबलपुर, इंदौर संभागाें के जिलाें में कहीं-कहीं रुक-रुककर वर्षा का सिलसिला जारी रहने की संभावना है।
मौसम विज्ञान केंद्र से मिली जानकारी के मुताबिक बुधवार काे बरसात के सीजन के तीन माह पूरे हाे गए हैं। इस दौरान बुधवार सुबह साढ़े आठ बजे तक मध्य प्रदेश में कुल 950.7 मिमी. वर्षा हाे चुकी है, जाे सामान्य वर्षा (782.6 मिमी.) की तुलना में 21 फीसदी अधिक है। राजधानी में भी अब तक 1601.5 मिमी. वर्षा हुई है। यह भी सामान्य वर्षा (803.3 मिमी.) के मुकाबले 99 प्रतिशत अधिक है। हालांकि अभी भी प्रदेश के पांच जिलाें आलीराजपुर, झाबुआ, दतिया, रीवा एवं सीधी में सामान्य से काफी कम वर्षा हुई है। मौसम विज्ञान केंद्र के पूर्व वरिष्ठ मौसम विज्ञानी अजय शुक्ला ने बताया कि मानसून ट्रफ हिमालय में पहुंच गया है, लेकिन तमिलनाडु पर हवा के ऊपरी भाग में एक चक्रवात बना हुआ है। इस चक्रवात से लेकर विदर्भ से हाेते हुए मध्य प्रदेश के मध्य भाग तक एक द्राेणिका लाइन बनी हुई है। एक पश्चिमी विक्षाेभ पाकिस्तान एवं उससे लगे जम्मू–कश्मीर पर ट्रफ के रूप में बना हुआ है। शुक्ला के मुताबिक इन मौसम प्रणालियाें के असर से मिल रही नमी के कारण भाेपाल, इंदौर, जबलपुर एवं नर्मदापुरम संभागाें के जिलाें में अभी रुक-रुककर वर्षा हाेने का सिलसिला बना रह सकता है।