भोपाल। मानसून द्रोणिका लगातार मध्य प्रदेश में बनी हुई है। इसके अतिरिक्त अलग-अलग स्थानों पर चार अन्य मौसम प्रणालियां सक्रिय हैं। इस वजह से प्रदेश में रुक-रुककर वर्षा हो रही है। मौसम विज्ञानियों के मुताबिक रविवार-सोमवार को इंदौर, उज्जैन, नर्मदापुरम संभाग के जिलों में कई स्थानों पर गरज-चमक के साथ वर्षा होगी। भोपाल संभाग के जिलों में कहीं-कहीं तेज बौछारें पड़ सकती हैं। उधर पिछले 24 घंटों के दौरान रविवार सुबह साढ़े आठ बजे तक धार में 51.4, सीधी में 44.6, नरसिंहपुर में 42, इंदौर में 42, उज्जैन में 38, खरगोन में 25.6, रतलाम, छिंदवाड़ा में 24, जबलपुर में 18.6, पचमढ़ी में 12.6, सिवनी में 9.8, सतना में 8.7, शिवपुरी में आठ, गुना में 7.8, टीकमगढ़ में सात, उमरिया में 6.7, दमोह में छह, बैतूल में 5.4, खजुराहो में 5.4, नर्मदापुरम, मंडला में चार, रायसेन में 3.4, नौगांव में 2.6, दतिया, खंडवा में दो, भोपाल, मलाजखंड में 1.6, सागर में 1.4 मिलीमीटर वर्षा हुई
मौसम विज्ञान केंद्र से मिली जानकारी के मुताबिक मानसून द्रोणिका वर्तमान में जेसलमेर, दीसा,अहमदाबाद, सिवनी, छत्तीसगढ़ से होते हुए बंगाल की खाड़ी तक बनी हुई है। दक्षिण-पश्चिमी मप्र पर हवा के ऊपरी भाग में एक चक्रवात बना हुआ है। ओडिशा और उससे लगे आंध्रा पर बना कम दबाव का क्षेत्र कमजोर पड़ गया है। वर्तमान में वह विदर्भ और उससे लगे छत्तीसगढ़ पर हवा के ऊपरी भाग में चक्रवात के रूप में बना हुआ है। बंगाल की खाड़ी में हवा के ऊपरी भाग में एक नया चक्रवात बन गया है। एक पश्चिमी विक्षोभ पाकिस्तान और उसके आसपास ट्रफ के रूप में बना हुआ है।
मौसम विज्ञान केंद्र के पूर्व वरिष्ठ विज्ञानी अजय शुक्ला ने बताया कि मानसून द्रोणिका के लगातार मप्र में बने रहने से लगातार नमी आ रही है। इस वजह से रुक-रुककर वर्षा होने का सिलसिला अभी बना रहेगा।