भोपाल। मध्य प्रदेश की सियासत में अब राम धुन के बाद कृष्ण भक्ति की बारी है। पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ कृष्ण भक्ति में लीन दिखाई देंगे। जन्माष्टमी के मौके पर उनके सरकारी बंगले पर कृष्ण की झांकी सजने वाली है। पार्टी कह रही है कांग्रेस सभी धर्मों में विश्वास करती है। राम या कृष्ण किसी एक पार्टी की बपौती नहीं, वो सबके हैं। राम मंदिर भूमि पूजन के बाद राम मय हुए प्रदेश में अब कृष्ण लीला की बारी है। जन्माष्टमी का मौका है। कोरोना के कारण इस बार मंदिरों मे भीड़ या सार्वजनिक कार्यक्रम तो दिखाई-सुनाई नहीं देंगे, लेकिन नेताओं के घर झांकी और भजन गूंजते सुनाई देंगे। पूर्व सीएम कमलनाथ के सरकारी निवास पर जन्माष्टमी मनायी जाएगी। इससे पहले राम मंदिर निर्माण के भूमिपूजन से एक दिन पहले कमलनाथ के घर राम दरबार सजा था और हनुमान चालीसा का पाठ किया गया। इसमें पार्टी के कई नेता भी
शामिल हुए थे।
बीजेपी को नहीं भा रही कमलनाथ की भक्ति
बीजेपी को कांग्रेस की न राम भक्ति रास आ रही है न कृष्ण भक्ति। बीजेपी ने जन्माष्टमी पर होने वाले कृष्ण भक्ति के आयोजन पर सवाल उठाए हैं। पार्टी प्रवक्ता रजनीश अग्रवाल ने कहा कांग्रेस को यह बताना और जताना क्यों पड़ रहा है कि वह रामभक्त है या कृष्ण भक्। कांग्रेस तुष्टिकरण की राजनीति करने वाली पार्टी रही है। लेकिन अब उपचुनाव के कारण हिंदुत्व कार्ड खेल रही है। लेकिन जनता सब जानती है।