इंदौर | (madhyapradesh) राशन घोटाला केस में एक के बाद एक परतें खुलती जा रही हैं अब तक दस अलग-अलग थानों में 31 लोगों के खिलाफ मामले दर्ज हुए हैं जबकि दो राशन माफिया के खिलाफ रासुका की कार्रवाई भी की जा चुकी है प्रारंभिक पड़ताल में (police) ने इन राशन माफिया की लगभग 20 करोड़ रुपए की संपत्ति चिन्हित की है जांच में यह भी पता चला है कि इस पूरे काले कारोबार में न केवल खाद्य विभाग बल्कि सरकारी मंडियों सहित अन्य विभाग के अधिकारी और कर्मचारी शामिल हैं जिनकी मिलीभगत से राशन माफिया गरीबों के हक पर डाका डाल रहे थे (Indore Collector Manish Singh) ने बताया कि इन लोगों की मिलीभगत से राशन को फर्जी रसीदों के आधार पर नंबर एक में लाया जा रहा था|
उन्होंने बताया कि (Chief Minister Shivraj Singh Chauhan) ने राशन माफिया की संपत्तियों का पता लगाने और उन्हें नीलाम करके जो पैसा आए उससे गरीबों में राशन बंटवाने के निर्देश दे दिए हैं साथ ही जो संपत्तियां अवैध पाई जाएंगी उन पर निगम का (Bulldozer) चलाया जाएगा आगे पूछताछ में कई बड़े खुलासे सामने आएंगे और उन सरकारी अफसरों के चेहरे भी बेनकाब होंगे जो इस काम में राशन माफिया का साथ दे रहे थे |