नई दिल्ली। भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) की तीन दिवसीय मौद्रिक नीति बैठक के बाद शुक्रवार को ब्याज दर पर निर्णय की घोषणा कर दी गई। आरबीआई गवर्नर शक्तिकांत दास आधिकारिक जानकारी देते हुए बताया कि रेपो रेट में कोई बदलाव नहीं किया जा रहा है।
इसके साथ ही रेपो रेट में 25 बेसिस प्वाइंट की कटौती की उम्मीदों पर पानी फिर गया। अगर ऐसा होता है तो रेप रेट 6.50 फीसदी से गिरकर 6.25 फीसदी पर पहुंच जाती। रेपो रेट घटते ही होम लोन, कार लोन जैसे लोन की EMI कम हो जाती। बहरहाल, अभी रेप रेट 6.60 फीसदी पर बनी रहेगी। मतलब ईएमआई में किसी तरह का बदलाव नहीं आएगा।
अब कहा जा रहा है कि उच्च मुद्रास्फीति और सुस्त जीडीपी वृद्धि के कारण आरबीआई ने रेपो दर में कोई बदलाव नहीं करने का फैसला किया है।
- रिजर्व बैंक के गवर्नर शक्तिकांत दास की अध्यक्षता में छह सदस्यीय मौद्रिक नीति समिति (एमपीसी) की बैठक बुधवार से शुरू हुई थी। द्विमासिक मौद्रिक नीति समीक्षा बैठक का शुक्रवार को आखिरी दिन रहा।
- शक्तिकांत दास का वर्तमान कार्यकाल 10 दिसंबर को समाप्त हो रहा है। इस तरह यह इस कार्यकाल में उनकी आखिरी एमपीसी बैठक रही। आरबीआई ने फरवरी 2023 से रेपो रेट को 6.5 प्रतिशत से स्थित रखा है।
- सरकार ने आरबीआई को यह सुनिश्चित करने का काम सौंपा है कि उपभोक्ता मूल्य सूचकांक (सीपीआई) आधारित मुद्रास्फीति 2 प्रतिशत के मार्जिन के साथ 4 प्रतिशत पर बनी रहे।
एमपीसी में कौन-कौन शामिल
- नागेश कुमार, निदेशक और मुख्य कार्यकारी, औद्योगिक विकास अध्ययन संस्थान, नई दिल्ली
- सौगत भट्टाचार्य, अर्थशास्त्री
- राम सिंह, निदेशक, दिल्ली स्कूल ऑफ इकोनॉमिक्स
- राजीव रंजन, कार्यकारी निदेशक, आरबीआई
- माइकल देबब्रत पात्रा, डिप्टी गवर्नर, आरबीआई
- शक्तिकांत दास, गवर्नर, आरबीआई।