उज्जैन। कलेक्टर कुमार पुरुषोत्तम ने मंगलवार शाम जिला सड़क सुरक्षा समिति की बैठक की। उन्होंने चारधाम मंदिर और छोटा रुद्रसागर तरफ बड़े वाहनों के प्रवेश पर प्रतिबंध लगाने के निर्देश दिए। शहर में ई-रिक्शा की संख्या लगातार बढ़ने पर चिंता जताई। महाकाल मंदिर और महाकाल लोक के आस-पास 500 से 700 मीटर के दायरे में नो व्हीकल जोन बनाने के प्रस्ताव पर चर्चा की। कहा कि ई-रिक्शा के पंजीयन पर रोक लगाएं। इनका नंबर सिस्टम लागू किया जाए। अगले 15 दिनों में सभी ई-रिक्शा चालकों का डाटाबेस तैयार करें।
सभी रिक्शा में ग्लोबल पाजिशनिंग सिस्टम लगवाकर उन्हें स्मार्ट सिटी कंपनी के कंट्रोलरूम से जोड़ें। श्रद्धालुओं को अवागमन में किसी भी प्रकार की असुविधा न हो इसके लिए वैकल्पिक व्यवस्था की जाए। चारधाम मंदिर के समीप नगर पालिक निगम और उज्जैन स्मार्ट सिटी द्वारा निजी जनभागीदारी से ई-रिक्शा का संचालन कराएं। इसके लिए टेंडर बुलाए जाएं। परिवहन विभाग की दर अनुरूप ई- रिक्शा का संचालन किया जाए।
बैठक में कलेक्टर ने कहा कि बाहर से आने वाले श्रृ्द्धालुओं से ई-रिक्शा चालकों द्वारा मनमाना किराया वसूल किए जाने की शिकायतें मिली हैं। ऐसा आगे न हो, इसके लिए क्षेत्रीय परिवहन अधिकारी अभियान चलाकर एक किराया सूची का निर्धारण करें। प्रत्येक ई-रिक्शा पर यह रेट लिस्ट अनिवार्य रूप से चस्पा करें। उन्हें बताया कि उज्जैन शहर में वर्तमान में तीन हजार ई-रिक्शा संचालित हो रहे हैं। बैठक में ट्रैक्टर और ट्राली पर रिफ्लेक्टर लगाने के निर्देश भी दिए।
आरडी गार्डी कालेज के सामने ब्लैक स्पाट को मिटाने के लिए भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण को निर्देश दिए। जिले के विभिन्न मार्गों पर स्थित टोल नाकों पर एम्बुलेंस और अति विशिष्ट मेहमानों के लिए अतिरिक्त मार्ग के निर्माण करने, सभी स्कूल बसों में स्पीड गवर्नर, जीपीएस लगा होना सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। बैठक में पुलिस अधीक्षक सचिन शर्मा, नगर निगम आयुक्त रोशन कुमार सिंह, स्मार्ट सिटी कंपनी के सीईओ आशीष पाठक, समिति के सचिव गणेश पटेल, क्षेत्रीय परिवहन अधिकारी संतोष कुमार मालवीय एवं संबंधित विभागों के अधिकरी मौजूद थे।