इंदौर। देवी अहिल्या विश्वविद्यालय (डीएवीवी) को नैक से ए प्लस ग्रेड प्राप्त हुआ था। अब विश्वविद्यालय प्रशासन ए प्लस-प्लस की तैयारी में जुट गया है। अगले साल होने वाले नैक निरीक्षण को लेकर मई दूसरे सप्ताह में आइक्यूएसी की बैठक बुलाई है। इसमें विश्वविद्यालय की कमियों पर चर्चा की जाएगी। इस दौरान विश्वविद्यालय को शिक्षकों की भर्ती प्रक्रिया तेज करना है। वैसे कुलपति डा. रेणु जैन ने 45 दिन के भीतर 45 बैकलाग-47 नियमित पदों पर शिक्षकों के इंटरव्यू करना है।
इन दिनों साक्षात्कार के लिए चयनित उम्मीदवारों को बुलाना शुरू हो चुका है। विश्वविद्यालय प्रशासन के मुताबिक शेष रिक्त पदों पर संविदा पर दो साल के लिए शिक्षकों को रखेंगे। दिसंबर तक प्रक्रिया करने पर जोर दिया है। वहीं सेल्फ फाइनेंस शिक्षकों के पदोन्नति का रास्ता साफ हो चुका है। कार्यपरिषद से मंजूरी मिलने के बाद इन शिक्षकों के लिए भी साक्षात्कार करवाएंगे।
दरअसल 2014 से विश्वविद्यालय नैक को रिक्त पदों पर भर्तियां करने का आश्वासन दे रहा है। मगर प्रक्रिया तीन बार अटक चुकी है। बावजूद इसके 2019 में विश्वविद्यालय को नैक से ए प्लस ग्रेड प्राप्त हुई थी। पर अब भर्तियां करने करने की स्थिति में विश्वविद्यालय को भारी नुकसान उठाना पड़ सकता है। इसके चलते ही विश्वविद्यालय ने रिक्त पदों और पदोन्नति की प्रक्रिया शुरू की है। वहीं नैैक निरीक्षण से पहले विश्वविद्यालय के नाम से पैटेंट की संख्या बढ़ाने पर जोर दिया है। साथ ही विद्यार्थियों के बिजनेस आइडिया को स्टार्टअप में बदला जा रहा है। आइईटी में बने इंक्यूबेशन सेंटर की मदद से विद्यार्थियों को फंडिंग करवाई जा रही है। अगले सप्ताह होने वाले आइक्यूएसी की बैठक में कई मुद्दों पर चर्चा हो गई, रिक्त पदों को भरने, पेटेंट, पदोन्नति सहित रिसर्च और नए पाठ्यक्रम बढ़ाएं जाएंगे। कुलपति डा. रेणु जैन ने बताया कि नैक निरीक्षण की तैयारी को लेकर सात स्तर पर समन्वयक बनाएंगे।