भोपाल। प्रदेश के किसानों से ग्रीष्मकालीन फसल मूंग और उड़द की समर्थन मूल्य पर खरीदी के लिए प्रदेश सरकार ने आठ मई 19 मई तक पंजीयन करने का निर्णय लिया है। कृषि मंत्री पटेल ने बताया कि प्रदेश के 32 जिलों में मूंग और 10 जिलों में उड़द का उत्पादन होता है। इन जिलों में किसानों से अपील है कि वह आठ से 19 मई तक अपनी फसल समर्थन मूल्य पर सरकार को बेचने के लिए खरीदी का पंजीयन कराएं।
कृषि मंत्री पटेल ने बताया कि नर्मदापुरम, नरसिंहपुर, रायसेन, हरदा, सीहोर, जबलपुर ,देवास, सागर, गुना, खंडवा, खरगोन, कटनी, दमोह ,विदिशा, बड़वानी, मुरैना, बैतूल , श्योपुरकला , भिंड, भोपाल, सिवनी, छिंदवाड़ा, बुरहानपुर, छतरपुर, उमरिया, धार, राजगढ़, मंडला, शिवपुरी अशोकनगर, इंदौर, बालाघाट जिलों में मूंग का उत्पादन किसान करते हैं। वही जबलपुर ,कटनी, नरसिंहपुर, दमोह, छिंदवाड़ा, पन्ना, मंडला, उमरिया, सिवनी और बालाघाट में उड़द की फसल की खेती किसान भाई ग्रीष्म काल में करते हैं।
सरकारी खरीद में मध्य प्रदेश का प्रदर्शन सबसे बेहतर है। प्रदेश में 4.29 मिलियन टन गेहूं की खरीद हो चुकी है। लक्ष्य 8 मिलियन टन का है। प्रदेश में खरीद में बीते साल से 66 प्रतिशत की वृद्धि हुई है। हरियाणा और उप्र में भी वृद्धि है लेकिन पंजाब में कमी आती दिखी है। इससे पहले सेंट्रल पूल में गेहूं की कमी के कारण बीते वर्ष 10 राज्यों की सार्वजनिक वितरण प्रणाली में कोटा कम कर दिया था। अब गेहूं की खरीदी पूरी होने के बाद इस महीने के आखिर तक केंद्र वितरण प्रणाली के कोटे की समीक्षा कर बहाली कर सकता है।