रिलायंस के शेयर में इतने फीसदी की आई गिरावट, आखिर क्या हुआ ऐसा

इंदौर। रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड (आरआईएल) ने सोमवार को 1:1 के अनुपात में बोनस शेयर जारी किए हैं। यह आरआईएल का छठा और भारतीय इतिहास का सबसे बड़ा बोनस है। उसके बाद शेयर का मूल्य 1,338 रुपये हो गया है। यह पिछले बंद मूल्य से 49.61 प्रतिशत कम है। निवेशकों को ट्रैडिंग एप पर 49.61 का लॉस दिख रहा है। ऐसे में उनकी दिल की धड़कने बढ़ गई है। हम आपको बताएंगे कि ऐसा क्यों हुआ है।

जानकारी के मुताबिक पिछले महीने में शेयर 10 प्रतिशत गिरे हैं, जबकि साल की शुरुआत से 2.53 प्रतिशत बढ़े हैं। विश्लेषकों का रुख रिलायंस इंडस्ट्री के शेयर की ओर सकारात्मक है। कंपनी का गैस उत्पादन स्थिर है। जियो का औसत राजस्व प्रति उपयोगकर्ता बढ़ रहा है, जो कंपनी के भविष्य को और भी मजबूत करता है।

बोनस शेयर जारी करने का मतलब है कि कंपनी अपने शेयरों की संख्या बढ़ा देती है, जिससे हर शेयर का मूल्य थोड़ा कम हो जाता है। इससे बाजार में शेयरों की तरलता बढ़ जाती है। इसको आम भाषा में समझें तो लोग इन्हें आसानी से खरीद-बेच सकते हैं। इससे कंपनी के फ्री रिजर्व और सरप्लस भी घट जाते हैं।

वही आरआईएल अब तक 5 बार बोनस शेयर दे चुकी है। इससे पहले उसने बोनस शेयर 2017 में जारी किए थे। उस समय एक शेयर की कीमत 725.65 रुपये पर थी। ऐसे में अब तक कंपनी अपने शेयरधारकों को 266 प्रतिशत का लाभ दे चुकी है। इसस पहले बोनस 2009, 1997, 1983 और 1980 में भी जारी हो चुके हैं।

 

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