भोपाल. मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल के हमीदिया अस्पताल रेमडेसिविर इंजेक्शन चोरी होने की बात झूठ निकली है. अब तक की जांच में पता चला है कि इंजेक्शन चोरी नहीं हुए थे, बल्कि उनकी हेराफेरी की गई थी. इसे छुपाने के लिए चोरी की झूठी कहानी गढ़ी गई थी. क्राइम ब्रांच के इन्वेस्टीगेशन में कई इंजेक्शन अस्पताल के स्टोर रूम में ही रखे मिले हैं. जो इंजेक्शन नहीं मिले हैं उनकी तलाश की जा रही है|
हमीदिया अस्पताल से 850 से ज़्यादा रेमडेसिविर के इंजेक्शन चोरी होने की खबर से हड़कंप मचा हुआ है. अब पता चला है कि दरअसल इंजेक्शन तो चोरी हुए ही नहीं हैं. इंजेक्शन की हेराफेरी चल रही थी. इन्हें या तो किसी वीवीआईपी तक पहुंचाने की तैयारी थी या फिर खुले बाज़ार में मनमाफिक दाम पर बेचा जाना था. उसी को छुपाने के लिए इंजेक्शन चोरी जाने की कहानी गढ़ी गई थी|
इस पूरे मामले की जांच क्राइम ब्रांच पुलिस कर रही है. हमीदिया अस्पताल के स्टोर रूम से चोरी हुए रेमडेसिविर इंजेक्शन के मामले में यह साफ हुआ है कि इंजेक्शन की हेराफेरी हमीदिया में चल रही थी. उसी को छुपाने के लिए चोरी की कहानी को गढ़ा गया था. इतना ही नहीं करीब 450 इंजेक्शन हमीदिया के स्टोर रूम में ही रखे मिले|