ग्वालियर। मध्य प्रदेश के ग्वालियर जिले के निरावली पुरानी छावनी से नयागांव पनिहार तक 26.5 किमी का प्रस्तावित वेस्टर्न बायपास ग्वालियर की तस्वीर बदलेगा। इसका ले-आउट पास होने के बाद इसी परिकल्पना के साथ खुद प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने ग्वालियर के अफसरों को इस बायपास को इंदौर के सुपर कॉरिडोर की तर्ज पर विकसित करने के लिए कहा है।
418 करोड़ की लागत के साथ वेस्टर्न बायपास काउंटर मैग्नेट सिटी ही नहीं, बल्कि ग्वालियर के औद्योगिक, रिहायशी, रोजगार और निवेश सहित कई मायनों में कारगर साबित होगा। आगरा से मुंबई जाने वाला ट्रैफिक बिना बाधा के निकलेगा और बायपास के निर्माण से ग्वालियर की आउटर रिंग रोड पूरी होगी। शहर मंे भारी वाहनों का लोड कम होने से ट्रैफिक सुधरेगा। नए बायपास से ग्वालियर को 83.4 किलोमीटर की रिंग रोड मिलेगी।
वेस्टर्न बायपास के निर्माण को लेकर पिछले कई सालों से अटकलें आ रही थीं, लेकिन हाल ही में नेशनल हाईवे अथॉरिटी ऑफ इंडिया(एनएचएआइ), पीडब्ल्यूडी और प्रशासन के अफसरों ने संयुक्त बैठक की और इस प्रोजेक्ट को गति देने के लिए यह तय किया कि वेस्टर्न बायपास का निर्माण एनएचएआइ द्वारा ही किया जाएगा। हाल ही में इसका ले-आउट अप्रूव कर लिया गया और पहले 300 करोड़ की बजाए अब 418 करोड़ इसकी प्रस्तावित लागत रखी गई है। वन विभाग की भूमि आने को लेकर मौका मुआयना भी कर लिया गया है, जिसमें वन विभाग ने भी अनापत्ति दी है।
वेस्टर्न बायपास को सुपर कॉरिडोर इंदौर की तर्ज पर तैयार किया जाएगा। इसमें कॉरिडोर की तरह औद्योगिक, रियल एस्टेट, कंपनियां और रोजगार के अवसर के साथ-साथ सौंदर्यीकरण पर फोकस रहेगा। वेस्टर्न बायपास फोरलेन प्रस्तावित है, जिसमें हैवी ट्रैफिक, लाइट ट्रैफिक, सर्विस रोड अलग- अलग लेन होंगी। पूरे बायपास के आसपास इस तरह समग्र विकास किया जाएगा कि सभी तरह की सुविधाएं होंगी। इसको अकेले सड़क की तरह नहीं बनाया जाएगा, यही कारण है कि इंदौर के सुपर कॉरिडोर को यहां फॉलो किया जाएगा।
नया बायपास पूरी कर देगा रिंग रोड
ग्वालियर में वेस्टर्न बायपास का प्रोजेक्ट धरातल पर उतरने के बाद रिंग रोड की कमी को पूरा कर देगा। निरावली से यह वेस्टर्न बायपास प्रस्तावित है जो नयागां- पनिहार तक जाएगा। वहीं निरावली से ग्वालियर बायपास जो कि अडुपुरा तिराहा झांसी रोड पर खत्म होता है, यह 42 किलोमीटर का है। यहां से शिवपुरी लिंक रोड वाली रोड 14 किमी है तो इस तरह यह एक पूरी रिंग रोड हो जाएगी। इससे पूरा हैवी ट्रैफिक इस रिंग रोड पर रहेगा।
ऐसे जुड़ेगा रिंग रोड
वेस्टर्न बायपास- लंबाई 26.50 किमी , निरावली से नयागांव पनिहार
इस्टर्न बायपास- लंबाई 42.7 किमी, निरावली से झांसी रोड
एनएआइ बायपास- लंबाई 14.2 किमी, झांसी रोड से नयागांव
ग्वालियर में वेस्टर्न बायपास बनने से ट्रैफिक की सुगमता बढ़ेगी। इसे इंदौर के सुपर कॉरिडोर की तर्ज पर विकसित किया जाएगा, जो कि ग्वालियर के विकास के लिए अहम होगा। इसके बनने के बाद ग्वालियर को 83.4 किमी की रिंग रोड मिल जाएगी। एनएचएआइ से ले-आउट फाइनल हो गया है।