ग्वालियर। ग्वालियर में सड़क की सियायत थमने का नाम ही नही ले रही है, 300 करोड़ रुपए से बनने वाली थीम रोड़ को स्मार्टसिटी ने राजपथ का नाम दिया, तो हिन्दू महासभा में 2012 के भूमिपूजन का हवाला देकर थीम रोड़ को वीर सांवरकर मार्ग मार्ग बताते हुए नाम पट्टिकाएं लगा दी। तो वहीं अब मराठा सामाज ने थीम रोड़ का नाम महद जी सिंधिया मार्ग रखने की मांग की है।
महद जी के नाम पर हो थीम रोड
ग्वालियर में 300 करोड़ की लागत से बन रही स्मार्ट रोड़ के निर्माण शुरू होने के साथ ही इसके नाम को लेकर जमकर सियासत हो रही है। स्मार्टसिटी, हिन्दू महासभा और कांग्रेस के बाद सड़क की सियासत में मराठा समाज की भी एंट्री हो गई है। ग्वालियर के मराठा समाज का कहना है। कि वीर योद्धा महद जी सिंधिया ग्वालियर के लश्कर को बसाया है, थीम रोड़ पर महद जी की प्रतिमा लगी है। इस रोड़ का नाम महद जी सिंधिया मार्ग रखने के लिए समाज के लोगों ने सीएम के नाम ज्ञापन देने का एलान किया है, अगर इस पर भी बात न बानी तो मराठा समाज ने आंदोलन की बात कही है।
देश के लिए लड़े थे वीर महद जी
मराठा समाज का कहना है कि महद जी ने पानीपत के युद्ध मे देश के लिए लड़ाईं लड़ी थी महद जी ने 1771 मे विदेशी अक्रांताओ से लोहा लेते हुए दिल्ली पर किया था कब्जा। पानीपत की तीसरी लड़ाईं में महद जी के परिवार कई लोगों की शहादत भी हुई थी लिहाज़ा महद जी के शौर्य की गाथा आने वाली पीढ़ियों तक पहुंचाने के लिए स्मार्ट सड़क को उनके नाम पर किया जाना चाहिए।
हिन्दू महासभा ने भी खोला रखा है मोर्चा
हिन्दू महासभा ने थीम रोड़ पर “सांवरकर मार्ग” की नाम पट्टिका लगाई थी। हिन्दू महासभा ने साल 2012 के भूमि पूजन का हवाला देकर थीम रोड़ को वीर सांवरकर नाम देने की मांग की है। हिन्दू महासभा ने 26 फरवरी को CM शिवराज सहित 23 लोगों को ग्वालियर में आमंत्रित किया है। उसके बाद अब मराठा समाज ने थीम रोड़ का नाम “महद जी सिंधिया मार्ग” रखने के लिए मुहिम शुरू कर दी है। ये सम्भवतः देश की ऐसी पहली सड़क है जिसके बनने से पहले ही नाम को लेकर सियासत हो रही है।