ग्वालियर। शहर के दिव्यांग पैरा एथलीट अजीत सिंह यादव अब टोक्यो पैरालंपिक में भारत का परचम लहराएंगे। उनका चयन टोक्यो में होने वाली पैरालंपिक के लिए हो गया है। पैरा एथलेटिक्स करने वाले अजीत सिंह मध्य प्रदेश के पहले एथलीट बन गए हैं। अजीत सिंह अभी ग्वालियर की लक्ष्मीबाई नेशनल इंस्टीट्यूट आफ फिजिकल एजुकेशन से पीएचडी कर रहे हैं और नई दिल्ली के जवाहरलाल नेहरू स्टेडियम में चयन प्रक्रिया में उन्होंने जैवलिन थ्रो में अपना ही रिकॉर्ड तोड़ा था।
पैरा एथलेटिक्स खिलाड़ी अजीत सिंह की कहानी संघर्ष से भरी हुई है। कभी ना हार मानने का जज्बा उनके रग-रग में बसा हुआ है। बर्ष 2017 में अपने दोस्त को बचाने के दौरान एक हाथ गंवा बैठे खिलाड़ी अजीत सिंह ने अपना मनोबल नहीं हारा और पैरा ओलंपिक एथलीट के तौर पर खुद अपने आपको पूरी दुनिया में साबित किया है। एक हाथ गंवाने के बाद उन्होंने जैवलिन थ्रो में जमकर मेहनत की और बर्ष 2019 में बीजिंग पैरा एथलेटिक्स ग्रैंड प्रिक्स प्रतियोगिता में गोल्ड मेडल हासिल कर अपने क्षेत्र के अलावा पूरे देश का नाम रोशन किया था। उनकी जीत का सिलसिला यहीं नहीं थमा बीजिंग के बाद दुबई में भी उन्होंने वर्ल्ड पैरा एथलीट चैंपियनशिप में कांस्य पदक हासिल किया था। जिसके बाद मध्य प्रदेश में अजीत सिंह अब पहले ऐसे खिलाड़ी बन गए हैं। जिन्होंने दो मेडल देश के नाम किए हैं।