भोपालः प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 16 जनवरी से कोरोना के खिलाफ दुनिया के सबसे बड़े टीकाकरण अभियान की शुरुआत कर दी. भारत के सभी राज्यों में सुबह 11 बजे से टीका केंद्रों पर पहले फेज के लिए चिन्हित कैंडिडेट्स को वक्सीन की डोज देने की शुरुआत हुई. मध्य प्रदेश में भी 150 सेंटर्स पर फ्रंट लाइन वर्कर्स को कोरोना के टीके लगने शुरू हो गए |
राज्य में कोविड का पहला टीका सफाईकर्मियों को लगाया गया, इसके बाद डॉक्टर्स को. भोपाल, इंदौर, जबलपुर और ग्वालियर समेत पूरे प्रदेश में टीकाकरण शुरू हो गया. टीकाकरण के पहले दिन प्रत्येक सेंटर पर 100 फ्रंट लाइन वर्कर्स के टीकाकरण का लक्ष्य रखा गया है. इस हिसाब से पहले दिन 15 हजार कैंडिडेट्स को कोविड वैक्सीन का पहला डोज दिया जाएगा. इसके 28 दिन बाद दूसरा डोज दिया जाएगा|
भोपाल में हमीदिया अस्पताल के वॉर्ड बॉय संजय यादव को कोविड का पहला टीका लगाया गया.पहले तय था कि जेपी अस्पताल में सिक्योरिटी गार्ड हरिदेव को कोविड वैक्सीन का पहला शॉट लगेगा. लेकिन वह लेट हुए जिस कारण संजय यादव को पहला टीका लगाया गया. इसके बाद हरिदेव भी वैक्सीनेशन सेंटर पर पहुंचे टीका लगवाया|
इंदौर में महिला सफाई कर्मचारी आशा पवार को कोविड का पहला टीका लगा. उन्होंने कोविड वैक्सीन की पहली डोज लगवाने के बाद कहा, ”मुझे कोई घबराहट नहीं है, खुश हूं.” ग्वालियर में पहला वैक्सीन सफाई कर्मचारी रघुवीर, दूसरा जेएएच डीन एसएन आयंगर और तीसरा जेएएच अधीक्षक आरएस धाकड़ को लगाया गया है. ग्वालियर में कोविड का टीका लगवाने के बाद डॉक्टर ढोल की धुन पर नाचे भी|
जबलपुर में सफाईकर्मी बैसाखू पनहगार को पहला टीका लगा. लोक स्वास्थ्य परिवार कल्याण के पूर्व डायरेक्टर केके शुक्ला (71 वर्ष) और उनकी पत्नी रीता शुक्ला को भी कोवडि टीका लगा. इस दंपति को हेल्थ सेलीब्रिटी चुना गया. उज्जैन में जिला अस्पताल के सफाईकर्मी कैलाश सिसौदिया को पहला कोविड टीका लगाया गया. सागर में जिला अस्पताल के सफाईकर्मी राजू बाल्मीकि को पहला टीका लगाया गया|
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