भोपाल: दो साल पूर्व बगावत कर कांग्रेस का दामन थामने वाला पूर्व केंद्रीय मंत्री सरताज सिंह ने फिर से घर वापसी कर ली है. मंगलवार को भोपाल के दशहरा मैदान में आयोजित किसान सम्मेलन में सरताज सिंह को मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और प्रदेशाध्यक्ष वीडी शर्मा ने भाजपा की सदस्यता दिलवाई. पिछले दिनों राज्यसभा सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया भोपाल प्रवास पर आए थे, तब सरताज सिंह ने उनसे सीएम हाउस में मुलाकात की थी. साल 2018 के विधानसभा चुनाव में अपनी परंपरागत सीट सिवनी मालवा से टिकट नहीं मिलने पर वह भाजपा को छोड़कर कांग्रेस में चले गए थे|
भाजपा में शामिल होने के बाद सरताज सिंह ने कहा कि कई बार परिवार में मतभेद हो जाते हैं, लेकिन अब मैं घर वापसी कर रहा हूं. मैं आज से नहीं बल्कि पिछले 60 सालों से बीजेपी का कार्यकर्ता हूं. पूर्व केंद्रीय मंत्री घर वापसी के लिए मध्य प्रदेश के उपचुनाव खत्म होने का ही इंतजार कर रहे थे, यह बात उनके समर्थक भी कह रहे थे. साल 2018 के असेंबली इलेक्शन में भाजपा ने अधिक उम्र बताकर उनका टिकट काटा तो कांग्रेस ने उन्हें पूर्व विधानसभा अध्यक्ष और होशंगाबाद विधायक डॉ. सीतासरन शर्मा के सामने होशंगाबाद से टिकट दिया. हालांकि वह चुनाव हार गए थे. इसके बाद वह होशंगाबाद सहित प्रदेश की राजनीति में सक्रिय नहीं दिखाई दिए|
सरताज सिंह काफी पुराने भाजपाई रहे हैं. वह पार्टी के टिकट पर होशंगाबाद से 5 बार सांसद और सिवनी मालवा सीट से 2 बार विधायक रह चुके हैं. केंद्र में एक बार स्वास्थ्य मंत्री तथा प्रदेश में वन व लोक निर्माण मंत्री रह चुके हैं. होशंगाबाद संसदीय क्षेत्र से 1989 से 1996 तक की अवधि में तीन लोकसभा चुनावों में कांग्रेस प्रत्याशी रामेश्वर नीखरा को लगातार हराया. 1998 में लोक सभा चुनाव में कांग्रेस प्रत्याशी अर्जुन सिंह को हराया. 1999 में लोक सभा चुनाव नहीं लड़ा. 2004 में पुन: लोक सभा चुनाव में विजयी रहे. 2008 में होशंगाबाद जिले के सिवनी मालवा विधान सभा क्षेत्र से चुनाव लड़ा और कांग्रेस प्रत्याशी एवं तत्कालीन विधान सभा उपाध्यक्ष हजारी लाल रघुवंशी को हराया|
Daily Update के लिए अभी डाउनलोड करे : MP samachar का मोबाइल एप