राशि।अगर आप मेहनत करते हैं, उसके बाद भी फल नहीं मिलता है। इससे ऐसे संकेत मिलते हैं कि आपको शनि की साढ़ेसाती है। इससे आपके सामने आर्थिक और निजी समस्याएं अचानक खड़ी होने लगती हैं। शनि के वक्री होने से शनि देव का असर शनि की साढ़ेसाती वाली राशियों पर भी पड़ने वाला है। शनिदेव को न्यायाधीश कहा जाता है। वे 5 जून को वक्री हुए हैं। शनि के वक्री होने से शनि की साढ़ेसाती वाली राशियों पर काफी कुछ प्रभाव होगा। इससे इन राशियों की मुश्किलें और बढ़ जाएंगी। शनिवार के दिन इनका उपाय किए जाने से कुछ राशियों को राहत मिल सकती हैं। हर शनिवार शनि के उपाय किए जाने बहुत जरूरी हैं।
शनि के वक्री होने से शनि की साढ़ेसाती वाली राशियों को राहत के लिए कुछ उपाय करने चाहिए। इसके लिए हर शनिवार हनुमान चालीसा का पाठ करना चाहिए। शनिवार के दिन तेल में अपनी परछाई देखकर इसे दान करना चाहिए। साथ ही गरीबों और जरुरतमंदों को खाना देना चाहिए। इस दिन शराब का सेवन नहीं करना चाहिए। इन उपायों से बढ़कर यह है कि शनि की साढ़ेसाती वाली राशियों मकर, कुंभ और मीन को किसी का मन नहीं दुखाना चाहिए। और जितना हो सके दूसरों की मदद करनी चाहिए। हमेशा गरीबों को खाना आदि देते रहना चाहिए।
शनि की उल्टी चाल से कई राशियों को फायदा होने वाला है। लेकिन कई राशियों को शनि के नकारात्मक प्रभाव झेलने होंगे। शनि के नकारात्मक प्रभावों को कम करने के लिए जाप व दान कर इसका निदान कर सकते हैं। यदि आपकी राशि में शनि त्रिक प्रभाव में नहीं बैठे हैं तो केवल मंत्रों के जाप से ही आपको शनि की वक्री दशा के प्रभावों से मुक्ति मिल जाएगी। हर शनिवार शाम शनि देव के लिए तेल का दीपक जलाएं। इसके साथ ही रोज शाम शनि के मंत्रों का जाप करने से भी राहत मिलती है।