भोपाल। स्कूल शिक्षा मंत्री इंदर सिंह परमार 24 घंटे में ही हिजाब पर बैन लगाने के बयान से पलट गए। उन्होंने कहा कि उनकी बात का गलत अर्थ निकाला गया। एक दिन पहले ही उन्होंने कहा था कि हिजाब स्कूल यूनिफॉर्म कोड का हिस्सा नहीं है। परमार के यू टर्न से पहले गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा का भी बयान आया। गृहमंत्री ने साफ कर दिया कि मध्यप्रदेश सरकार के पास हिजाब पर बैन लगाने का कोई प्रस्ताव नहीं है। प्रदेश में इस पर कोई विवाद नहीं है। सूत्रों की मानें तो इस मामले में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने नाराजगी जाहिर की है। इसके बाद परमार को नया बयान जारी करना पड़ा।
इंदर सिंह परमार ने कहा कि स्कूल में यूनिफॉर्म को लेकर उन्होंने जो बयान दिया था, वो स्कूलों में समानता, अनुशासन और पहचान के संदर्भ में था। कुछ लोगों ने मेरी कही बात का गलत अर्थ निकाल कर गलत संदर्भ में पूरे देश के सामने रखा। फिलहाल हम नया यूनिफॉर्म कोड लागू नहीं करेंगे, ना ही इस पर कोई काम हो रहा है। स्कूलों में जो व्यवस्था चल रही है, वही चलती रहेगी। परमार ने मंगलवार को कहा था कि अगर कहीं कोई हिजाब पहनकर स्कूल में आता है, तो प्रतिबंध लगाया जाएगा। मध्यप्रदेश में स्कूल यूनिफॉर्म कोड के अनुसार ही बच्चों को आना होगा। हम स्कूल यूनिफॉर्म कोड को लेकर काम कर रहे हैं। अगले सेशन से पहले यूनिफॉर्म कोड पूरी तरह लागू कर दिया जाएगा।
कर्नाटक के कुंडापुरा कॉलेज की 28 मुस्लिम छात्राओं को हिजाब पहनकर क्लास अटेंड करने से रोका गया था। मामले को लेकर छात्राओं ने हाईकोर्ट में याचिका लगाते हुए कहा था कि इस्लाम में हिजाब अनिवार्य है, इसलिए उन्हें इसकी अनुमति दी जाए। इन छात्राओं ने कॉलेज गेट के सामने बैठकर धरना देना भी शुरू कर दिया था।