भोपाल :- ग्वालियर के भूतेश्वर मंदिर के पुजारी परिवार ने राज्यसभा सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया व उनके वकील अंकुर मोदी पर मंदिर से बेदखल करने के लिए दबाव बनाने का आरोप लगाया है। पुजारी स्वर्गीय शंभूनाथ शर्मा की पत्नी चंद्रवती शर्मा ने मंगलवार को भोपाल में कहा कि भूतेश्वर मंदिर 1935 से माफी औकॉफ विभाग के अधीन है। इससे 19 बीघा जमीन लगी है। सिंधिया ने अधिकारियों की मिलीभगत से इस जमीन को बेच दिया है। लॉकडाउन के दौरान एसडीएम कार्यालय ने मंदिर को सिंधिया देवस्थान ट्रस्ट के नाम दर्ज कर दिया है।
वही इस मामले पर सिंधिया के वकील अंकुर मोदी का कहना हैं कि मैं किसी चंद्रवती शर्मा को नहीं जानता हूं। भूतेश्वर मंदिर सिंधिया ट्रस्ट की संपत्ति है, इससे जुड़े केस में मैं वकील रहा हूं। इसके साथ ही सिंधिया देवस्थान ट्रस्ट सचिव राणा करण सिंह ने कहा कि भूतेश्वर मंदिर सिंधिया देव स्थान ट्रस्ट की संपत्ति है। शर्मा परिवार 10-12 साल पहले केस हार चुका है। कानून के जरिए किराएदारों और कब्जेदारों को खाली कराने की प्रक्रिया चल रही है।
मध्यप्रदेश में चुनावी समय चल रहा है और कांग्रेस मुद्दा बनाने का प्रयास कर रही हैं।
सिंधिया ने फिर मंदिर की ज़मीन हड़पी :
ग्वालियर के प्रसिद्ध भूतेश्वर मंदिर के पुजारी स्व. शंभूनाथ शर्मा की पत्नी के अनुसार सिंधिया ने अधिकारियों की मिलीभगत से मंदिर की जमीन को बेचा और लॉकडाउन के दौरान नामांतरण भी कराया।
आख़िर इन्हें कितनी मलाई चाहिये..? pic.twitter.com/qt2nlEUNd2
— MP Congress (@INCMP) July 8, 2020