ग्वालियर : संगठन विस्तार में बीते दिनों राज्यसभा सदस्य ज्योतिरादित्य सिंधिया ने अपने समर्थकों को बढ़त दिलाई थी। अब सिंधिया को ग्वालियर-चंबल अंचल में दबदबा बरकरार रखने को लेकर भी सफलता मिली है। क्योंकि मध्यप्रदेश मंत्रिमंडल के सदस्यों को सौंपे गए जिलों के प्रभार में ज्योतिरादित्य सिंधिया की पसंद को तरजीह दी गई है। ग्वालियर चंबल के अधिकांश जिलों में सिंधिया के कट्टर समर्थकों को ही प्रभार सौंपा गया है। हालांकि नरेंद्र सिंह तोमर के समर्थकों को भी मुरैना श्योपुर का प्रभारी बनाया गया है।
सिंधिया के सबसे करीबी माने जाने वाले जल संसाधन, मछुआ कल्याण तथा मतस्य विकास मंत्री तुलसीराम सिलावट को ग्वालियर व हरदा का प्रभारी बनाया गया है। वहीं ऊर्जा मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर अशोकनगर, गुना के प्रभारी बने हैं। राजस्व एवं परिवहन मंत्री गोविंद सिंह राजपूत को भिंड व दमोह और पंचायत एवं ग्रामीण विकास मंत्री डा. महेंद्र सिंह सिसौदिया को शिवपुरी की कमान सौंपी गई है। उद्यानिकी एवं खाद्य प्रसंस्करण मंत्री, सामान्य प्रशासन राज्य-मंत्री भारत सिंह कुशवाह को मुरैना, श्योपुर का प्रभार सौंपा गया है।
गाैरतलब है कि ग्वालियर ज्योतिरादित्य सिंधिया का गृहनगर है, जबकि गुना-अशोकनगर से ही वे 15 साल से सांसद रहे हैं। ऐसे में इन जिलों में उनके समर्थकों के प्रभारी बनने से सिंधिया की पकड़ और मजबूत होगी। वहीं भिंड में भी उनका दबदबा बरकरार रहेगा। जानकार भविष्य की राजनीति को देखते हुए जिलों के प्रभार वितरण में सिंधिया समर्थकों को तरजीह दिए जाने के विशेष मायने निकाल रहे हैं। राजनीतिज्ञों का कहना है कि आगामी विधानसभा व लोकसभा चुनाव के साथ ही निकाय चुनाव में भी जिले के प्रभारियों का विशेष दखल रहने वाला है।