मुरैना। मुरैना के अंबाह तहसील के SDM राजीव समाधिया ने साइकिल का टायर (पहिया) चलाया। रविवार को वह पार्क में घूमने गए तो वहां कुछ बच्चों को टायर चलाते देखा। यह देखकर उन्हें अपना बचपन याद आ गया। वह बच्चों से टायर लेकर खुद चलाने लगे। राजीव समाधिया का जीवन गरीबी में बीता, लेकिन अपनी मेहनत और लगन के बल पर वह आज SDM हैं।
राजीव समाधिया की पहचान एक दयालु अधिकारी के रूप में है। वह गरीब लोगों की सबसे पहले सुनवाई करते हैं। उनके बंगले पर भी अगर कोई गरीब व्यक्ति पहुंच जाए तो वह अपनी जेब से भी पैसे देकर उसकी मदद करते हैं। पूछने पर वह बताते हैं कि गरीब का कोई नहीं होता, इसलिए हमें उसकी मदद करना चाहिए।
अंबाह तहसील के उनके कार्यालय में गरीब तबके के लोगों की भीड़ लगी रहती है। वह सबसे पहले उनकी सुनवाई करते हैं। यथा संभव वह जल्द से जल्द उनकी समस्या का समाधान कर देते हैं।