भोपाल। कोरोना के दौरान शराब तस्करी के आरोप में बर्खास्त हुए सिपाही ने महिला के साथ दुष्कर्म किया। घर में घुसकर उसने महिला के साथ पहले मारपीट की, इसके बाद उसे डरा धमकाकर रेप किया। करीब 14 महीने से आरोपी उसे ब्लैकमेल कर उसका यौन शोषण कर रहा था। अभी आरोपी की गिरफ्तारी नहीं हो सकी है।
पुलिस के मुताबिक, 38 साल की महिला ने कोरोना की दूसरी लहर में घर पर ही किराना की दुकान खोली थी। उसकी दुकान में खुद को पुलिसकर्मी बताने वाला रिंकू टांडा आता था। दोनों की बातचीत होने लगी। अगस्त 2021 में आरोपी ने महिला को दुकान में अकेला पाकर उसके साथ गलत काम किया। महिला ने जब इसका विरोध किया, तो आरोपी उसे बदनाम करने की धमकी देने लगा।
इसके बाद आरोपी ने कई बार उसके साथ शोषण किया। जब भी महिला विरोध करती, आरोपी उसके साथ मारपीट करता था। हाल ही में महिला ने जब उससे पुलिस में उसकी शिकायत करने का कहा तो उसने फिर उसे पीटा। रेप भी किया। महिला ने यह बात अपने पति को बताई। पति के साथ महिला ने थाने पहुंचकर मामला दर्ज कराया। एफआईआर की भनक लगते ही आरोपी फरार हो गया।
टांडा की आखिरी पोस्टिंग सूखीसेवनिया थाने में थी। इस दौरान वह शराब तस्करी से जुड़ गया। कोरोनाकाल में वह कार में शराब भरकर गोविंदपुरा औद्योगिक क्षेत्र से गुजर रहा था, तभी पुलिस ने उसकी कार को रोक लिया। पुलिस कार की तलाशी लेती, इससे पहले रिंकू टांडा चकमा देकर फरार हो गया। पुलिस ने कार और शराब को जब्त किया था। इसके बाद उसके खिलाफ केस दर्ज कर बर्खास्त कर दिया गया था। रातीबड़ पुलिस को प्रारंभिक जानकारी में पता चला कि रिंकू के खिलाफ कोहेफिजा, अशोका गार्डन, सूखीसेवनिया में शिकायते दर्ज हैं।