भाेपाल। मध्यप्रदेश के कुछ हिस्साें में भारी वर्षा से लाेगाें के चेहरे खिल उठे हैं, लेकिन इस राहत के साथ आसमान से आफत भी बरस रही है। प्रदेश के सतना और विदिशा में वर्षा के दाैरान आकाशीय बिजली गिरने से सात लाेगाें की माैत हाे गई है। हालांकि ये पहली घटना नहीं है, इस मानसून सीजन में कई जगह आकाशीय बिजली के कारण अब तक कई लाेग जान गंवा चुके हैं, जबकि कई जगह पशुओं की माैत भी हुई है। इसी वजह से प्रशासन ने भी एडवाइजरी जारी करके लाेगाें काे आकाशीय बिजली से बचने के लिए कुछ जरूरी उपाय बताए हैं।
ईमली के पेड़ पर गिरी आकाशीय बिजली, नीचे खड़े चार लागों की मौतः विदिशा जिले गंजबासौदा ब्लाक के ग्राम आगासोद में आकाशीय बिजली गिरने से चार लोगों की दर्दनाक मौत हो गई। गांव की बस्ती इलाके से करीब आधा किलोमीटर पहले एक ईमली का पेड़ पर बिजली गिर थी, पेड़ के नीचे चार लोग खड़े हुए थे, जो उसकी चपेट में आ गए। बताया जाता है कि वर्षा से बचने के लिए चारों लोग इस पेड़ के नीचे खड़े हो गए थे। सिटी थाना प्रभारी कुंवर सिंह मुकाती ने बताया कि आकाशीय बिजली गिरने से ग्राम गृहणी निवासी गाेलू मालवीय, आगासोद निवासी रामू आदिवासी, गुड्डा आदिवासी और प्रभुलाल आदिवासी की मौत हुई है। इनमें से मृतक गोलू मालवीय गांव-गांव सब्जी बेचने के काम करता था। आगासोद से वह गृहणी गांव ही जा रहा था, तभी वर्षा हो गई और उससे बचने के लिए वह सड़क किनारे लगे इमली के पेड़ के नीचे खड़ा हो गया। वर्षा से बचने के लिए ही वहां से निकल रहे रामू, गुड्डा और प्रभुलाल भी चले गए। इसी दौरान बिजली गिरी जिससे चारों और करीब दस से 15 फीट दूर फिका गए।
वही टीआइ ने बताया कि चारों के शरीर में झुलसने जैसे निशान हैं। घटना करीब शाम साढ़े चार बजे की है। चारों के शवों को गंजबासौदा के सिविल अस्पताल लाया गया है, जहां उनका पोस्टमार्टम कराया जाएगा। स्थानीय लोगों के अनुसार गांव और आसपास के क्षेत्र में करीब आधे घंटे तक बादल गरजने और बिजली चमकने के साथ तेज वर्षा हो रही थी। इधर मौसम विभाग ने भी जिले में अति भारी वर्षा का अलर्ट जारी किया है। गौरतलब है कि इससे पहले सिरोंज में आकाशीय बिजली गिरने से तीन लोगों की मौत हुई थी। इसके बाद प्रशासन ने भी आकाशीय बिजली से बचने के उपाय बताते हुए एडवायजरी जारी की थी।