इंदौर। मध्यप्रदेश में पश्चिमी विक्षोभ (वेस्टर्न डिस्टरबेंस) के प्रभाव से 7 जनवरी से ठंड का दूसरा दौर शुरू होने जा रहा है। यह मौसम प्रणाली प्रदेश के उत्तर-पश्चिमी हिस्सों में रविवार से सक्रिय हो चुकी है और इसका प्रभाव दो दिन बाद दिखाई देगा। इससे पहले, ग्वालियर-चंबल, उज्जैन, सागर और रीवा संभाग में घना कोहरा छाने की संभावना है।
स्कूलों का समय बदला
कड़ाके की ठंड के चलते ग्वालियर और मुरैना में 6 जनवरी को नर्सरी से 8वीं कक्षा तक के स्कूलों की छुट्टी रही। 7 से 31 जनवरी तक स्कूल सुबह 10 बजे से दोपहर 3 बजे तक संचालित होंगे। भिंड जिले में भी स्कूलों का समय बदलकर सुबह 10 बजे के बाद का कर दिया गया है।
मंडला सबसे ठंडा
रविवार को मंडला प्रदेश का सबसे ठंडा स्थान रहा, जहां न्यूनतम तापमान 4 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। पचमढ़ी का तापमान 4.6 डिग्री सेल्सियस रहा। ग्वालियर, मुरैना और भिंड में घने कोहरे के चलते ग्वालियर एयरपोर्ट पर सुबह दृश्यता शून्य तक पहुंच गई, जबकि खजुराहो और रीवा एयरपोर्ट पर दृश्यता 50 मीटर रही।
अगले 48 घंटे का पूर्वानुमान
मौसम वैज्ञानिक वीएस यादव ने बताया कि पश्चिमी विक्षोभ के प्रभाव से उत्तर से तेज बर्फीली हवाएं चलेंगी, जिससे ठंड का प्रकोप बढ़ेगा। इन हवाओं के कारण दिन और रात के तापमान में गिरावट दर्ज की जाएगी।
कुछ स्थानों पर बनी स्थानीय मौसम प्रणालियों के चलते रात के तापमान में हल्की बढ़ोतरी हुई है। हालांकि, 7 जनवरी के बाद हवाओं का रुख फिर उत्तरी हो जाएगा, जिससे न्यूनतम तापमान में गिरावट की संभावना है।
6 और 7 जनवरी का मौसम
6 जनवरी: ग्वालियर, मुरैना, भिंड, दतिया, शिवपुरी, गुना, अशोकनगर, टीकमगढ़, छतरपुर, सतना, सीधी, सिंगरौली और शहडोल सहित अन्य क्षेत्रों में घने कोहरे का अलर्ट।
7 जनवरी: रीवा, मऊगंज, उमरिया, अनूपपुर और शहडोल जैसे इलाकों में मध्यम कोहरा छाने की संभावना।