ग्वालियर। विपक्षी दलों की पटना में हुई बैठक पर सीएम शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि जब भी भारी बाढ़ आती है तो सांप, बंदर और मेंढक एक ही पेड़ पर साथ बैठकर जान बचाने की कोशिश करते हैं। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी लोकप्रियता और समर्थन की बाढ़ से खुद बचाने के लिए ये सभी एक डाल पर बैठ गए हैं। काठ की हंड़ी बार-बार नहीं चढ़ती, इसका कोई असर नहीं होगा।
पूर्व सीएम कमल नाथ ने पलटवार करते हुए ट्वीट कर लिखा, शिवराज जी आज आपने एक बार फिर राजनीति में शब्दों की मर्यादा तार-तार कर दी। आपने विपक्ष को सांप, मेंढक और बंदर कहा। पिछले कई दिन से आप रह-रह कर अपशब्दों और स्तरहीन भाषा का प्रयोग कर रहे हैं। आपकी यही भाषा और यही भावना जनता में आपके प्रति नफरत पैदा कर रही है।
आप जब हमें सांप कहेंगे तो जनता हमें भगवान शिव का कंठहार समझेगी। जब आप हमें बंदर कहेंगे तो जनता हमें भगवान राम की वह वानर सेना समझेगी जिसने रावण की पाप की लंका ध्वस्त कर दी थी। आप गाली-गलौज करते रहिए लेकिन हम सत्य और मर्यादा का रास्ता नहीं छोड़ेंगे। साथ ही ईश्वर से प्रार्थना करेंगे कि आपको सद्बुद्धि और सहिष्णुता दे।