भोपाल।मध्यप्रदेश में नए वित्तीय वर्ष 1 अप्रैल से नई आबकारी नीति लागू हो जाएगी। नई नीति में कई प्रावधान भी किए गए हैं। इसे लेकर दैनिक भास्कर ने सर्वे किया था। इस सर्वे में 31% लोगों का मानना है कि सरकार को आय के अन्य साधन तलाशने चाहिए। 31% ने कहा कि सरकार ही चाहती है कि लोग ज्यादा से ज्यादा शराब पीएं।
प्रदेश की नई शराब नीति में अंगूर के अलावा जामुन से भी शराब बनाने की अनुमति दी जाएगी। विदेशी शराब सस्ती होगी। कैबिनेट ने घर पर शराब रखने की सीमा भी बढ़ा दी है। अब लोग पहले के मुकाबले 4 गुना ज्यादा शराब घर पर रख सकेंगे। इसके अलावा जिस शख्स की सालाना आय 1 करोड़ रु है, वो घर पर बार भी खोल सकेगा। इसी मुद्दे पर दैनिक भास्कर ने पोल कराया और 4 ऑप्शन दिए।
पहला: सरकार चाहती है ज्यादा से ज्यादा लोग शराब पिएं। 31% लोगों ने इस पर अपना फीडबैक दिया है। उनका मानना है कि सरकार शराब इसलिए सस्ती कर रही है कि लोग ज्यादा से ज्यादा पिएं।
दूसरा: शराब सस्ती करने से समाज में बुरा असर पड़ेगा। 13% लोगों ने इस पर अपना मत दिया है।
तीसरा: शराब की खपत बढ़ेगी तो अपराध भी बढ़ेंगे। 19% लोगों ने इसे सही बताया है। उनका मानना है कि शराब की खपत बढ़ने से अपराध भी बढ़ जाएंगे।
चौथा: सरकार को आय के अन्य साधन तलाशने चाहिए। इस पर सबसे ज्यादा 36% लोग सहमत है। उनका मानना है कि शराब के अलावा भी आय बढ़ाने के कई विकल्प है। इसलिए सरकार उन विकल्पों को तलाशे।