भोपाल।मध्यप्रदेश में आगामी विधानसभा चुनाव में लंबा समय बाकी है। लेकिन इसके लिए दोनों प्रमुख दलों ने इसे लेकर बनाई रणनीतियों पर काम करना शुरू कर दिया है। मिशन-2023 के चलते अभी से जातिगत समीकरण जमाने लगे हैं। आदिवासियों के बाद अब दलित वर्ग के वोटरों को रिझाने की कोशिश रहेगी। इसलिए संत रविदास जयंती के बहाने BJP और कांग्रेस दोनों पार्टियां दलित वोटर्स को साधने में जुट गई हैं। प्रदेशभर में दोनों दलों द्वारा जगह-जगह आयोजन कराने की तैयारी में जुटे हैं।
बीजेपी सरकार इस बार रविदास जयंती ग्राम पंचायत स्तर तक मनाएगी। इसके लिए सत्ता और संगठन दोनों एक साथ जोर लगा रहे हैं। दरअसल, मध्यप्रदेश में इस वर्ग के लिए 35 सीटें आरक्षित हैं। इन सीटों के अलावा दलित वर्ग के वोटर अन्य सीटों पर भी असरदार है। इसलिए दलित वर्ग पर पैनी नजर जमाए है। पिछले विधानसभा चुनाव में बीजेपी को इनकी सीटों पर नुकसान उठाना पड़ा है। इसलिए बीजेपी को सत्ता हासिल नहीं हो सकी थी। 2013 की तुलना में अनुसूचित जाति वर्ग की 10 सीटों का नुकसान हुआ। 28 से सीट घटकर 18 पर आ गईं। इसलिए भाजपा दलित वर्ग को साधने के लिए पूरी ताकत झोंक रही है।
आपको बात दे मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने खुद सोमवार को समीक्षा बैठक कर रविदास जयंती को लेकर होने वाले कार्यक्रम की तैयारियों की समीक्षा की। सीएम ने कहा प्रदेश में राज्य, जिला, ब्लॉक और सभी पंचायतों में कार्यक्रम किए जाएंगे। संत रविदास सबके संत हैं।