भोपाल। मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान उन राजनीतिक हस्तियों में शुमार हैं, जिनके इंटरनेट मीडिया पर करोड़ों फालोअर और प्रशंसक हैं। अकेले शिवराज ऐसे नेता हैं, जिनके ट्विटर पर फालोअर्स की संख्या 90 लाख से ज्यादा है। इंटरनेट मीडिया के अन्य प्लेटफार्म पर सक्रियता देखें तो भी चौहान मध्य प्रदेश के सारे नेताओं से कहीं आगे हैं।
पिछले एक माह के दौरान मध्य प्रदेश के बड़े नेताओं ने फेसबुक पर जो वीडियो पोस्ट किए, उनमें जो व्यूज यानी देखने वालों की संख्या सामने आई है, वह चौंकाने वाली है। इस क्रम में देखा जाए तो पहले नंबर पर शिवराज हैं तो दूसरे नंबर पर कांग्रेस के बड़े नेता दिग्विजय सिंह हैं, जो इंटरनेट मीडिया में सबसे ज्यादा पसंद किए जाते हैं
मध्य प्रदेश के गृहमंत्री डा़ नरोत्तम मिश्रा को भी पसंद किया जाता है, वे तीसरे स्थान पर हैं। केंद्रीय विमानन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया हैं, जो इंटरनेट मीडिया में चौथी पसंद हैं। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमल नाथ इंटरनेट मीडिया पर कम सक्रिय रहते हैं। पिछले एक माह के दौरान उन्होंने 10 वीडियो अपलोड किए और उन्हें 7, 11,199 व्यूज मिले। क्रम में देखा जाए तो वे 12वें स्थान पर हैं।
दरअसल, भाजपा ने जनता से जुड़ाव के लिए इंटरनेट मीडिया को बढ़ावा दिया है। जनप्रतिनिधियों के अलावा मंत्रियों को विशेष निर्देश दिए जाते रहे हैं कि वे सरकार के जनहित के निर्णयों, योजनाओं और खुद के जनसेवा संबंधी कार्यों की जानकारी इंटरनेट मीडिया के माध्यम से जनता के साथ साझा करते रहें जिससे न सिर्फ पार्टी और सरकार की छवि अच्छी बने बल्कि नेताओं की जमीनी पकड़ भी बनी रहे। साथ ही लोगों को योजनाओं और जनकल्याणकारी कार्यक्रमों की जानकारी के लिए न तो सरकारी कार्यालयों का चक्कर काटना पड़े और न ही किसी के भरोसे रहना पड़े।
सूत्र बताते हैं कि इंटरनेट मीडिया पर सक्रियता के लिए कई नेता निजी रुचि के अलावा अलग से टीम की मदद भी लेते हैं, जिससे सरकार व पार्टी की मंशा के अनुरूप उनका जनता से जुड़ाव बना हुआ है, वहीं कई नेताओं ने इसे अब भी गंभीरता से नहीं लिया है। वह परंपरागत तरीके से जनता से जुड़ाव में भरोसा रख रहे हैं। शिवराज कैबिनेट के ज्यादातर सदस्यों की इंटरनेट मीडिया में रुचि नहीं के बराबर है।