भोपाल। मुख्यमंत्री Shivraj सिंह चौहान ने कहा है कि प्रदेश में वन भूमि पर काबिज आदिवासी वर्ग के वनवासियों को राज्य सरकार ना केवल जमीन के वनाधिकार पत्र देगी बल्कि उन्हें पानी भी उपलब्ध कराएगी। अगले तीन वर्ष में पक्के मकान के साथ अन्य योजनाओं का लाभ भी दिलाया जाएगा। वनवासियों के बच्चे डॉक्टर बने, इंजीनियर बने, पॉयलट बनकर हेलीकॉप्टर उड़ाए इसके लिए बच्चों को नि:शुल्क ट्रेनिंग दिलाई जाएगी। सीएम ने भोपाल के जनजाति संग्रहहालय में वनाधिकार पत्र वितरण समारोह को संबोधित कर रहे थे।
मुख्यमंत्री ने दो लाख 70 हजार से अधिक व्यक्तिगत वनाधिकार पत्र और 29 हजार 996 सामुदायिक वनाधिकार पत्र वितरण की शुरुआत की। इस मौके पर उन्होंने हितग्राहियों से भी सीधे बात की। सीएम ने कहा प्रदेश में जो समर्थ है उनसे सरकार टैक्स लेगी और गरीबों को सुविधाएं देगी। प्रदेश के संसाधनों पर पहला हक गरीबों का है। मुख्यमंत्री ने कहा कि मेरे लिए भगवान रूप यदि कोई है तो वो मेरी गरीब जनता है। मेरा तो बचपन से मिशन आपकी सेवा है।वन विभाग नहीं देना चाहता था पट्टे, मैंने कहा गरीब भाई कहां जाएंगे।
सीएम शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि खेती के साथ छोटेछोटे धंधे भी खोलना पड़ेगा। उन्होंने कहा कि वन विभाग तो पट्टे ही नहीं देना चाहता था लेकिन हमने कहा गरीब भाई कहां जाएंगे। हम आगे और भी पट्टे देते रहेंगे। आदिवासियों को गैर पंजीकृत साहूकारों से लिए गए कर्ज को चुकाने का बंधन नहीं होगा इसके लिए वैधानिक प्रावधान किये जा रहे है।